केजरीवाल और सोरेन के लिए छोड़ी गई कुर्सियां
दोनों नेता कारावास में हैं बंद
दरअसल हेमंत सोरेन को कथित भूमि फर्जीवाड़ा से जुड़े धन शोधन मुद्दे में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 31 जनवरी की रात को अरैस्ट किया था. वहीं प्रवर्तन निदेशालय ने 21 मार्च को केजरीवाल को दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मुद्दे में अरैस्ट किया था. मंच पर झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन और आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख केजरीवाल के लिए कुर्सियां खाली रखी गई थीं. रैली के दौरान हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन और अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल भी मंच पर बैठी थीं. वहीं रैली में मौजूद लोगों ने ‘‘जेल के ताले टूटेंगे, हेमंत सोरेन छूटेंगे’’ जैसे नारे लगाये. वहीं आम आदमी पार्टी के एक्स एकाउंट से एक पोस्ट करके लिखा गया कि ‘I.N.D.I.A. परिवार ने अपने वरिष्ठ नेताओं के प्रति दिखाया सम्मान. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के लिए मंच पर आरक्षित रखी कुर्सियां.‘
मंच पर मौजूद रहे ये नेता
झारखंड की राजधानी रांची का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास होने के बावजूद भयंकर गर्मी का सामना करते हुए कार्यकर्ता उलगुलान इन्साफ महारैली के लिए एकत्र हुए. इस रैली में कल्पना सोरेन और सुनीता केजरीवाल के अलावा, झामुमो के सुप्रीमो शिबू सोरेन, पंजाब के सीएम भगवंत मान, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, सपा (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव और अन्य नेता रैली में शामिल हुए. रांची के प्रभात तारा मैदान में आयोजित रैली में कुल 28 सियासी दलों ने हिस्सा लिया.