केरल में 20 नए लोकसभा सांसदों को चुनने के लिए 26 अप्रैल को होगा मतदान
कन्नूर (केरल). केरल में चुनाव प्रचार समाप्त होने के एक दिन पहले सीएम पिनाराई विजयन ने मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी, हिंदुस्तान के चुनाव आयोग (ईसीआई) और केरल के 18 सांसदों, खासकर कांग्रेस पार्टी नेता राहुल गांधी की निंदा की.
लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार बुधवार शाम को खत्म हो जाएगा. केरल में 20 नए लोकसभा सांसदों को चुनने के लिए 26 अप्रैल को मतदान होगा.
2019 के चुनावों में, कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाले यूडीएफ ने 19 सीटें जीतीं और सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले वामपंथ को एक सीट मिली थी.
लेकिन, बाद में यूडीएफ की लोकसभा सदस्य थॉमस चाज़िकादान की पार्टी, केरल कांग्रेस पार्टी (एम) वाम मोर्चे में शामिल हो गई.
सीएम विजयन ने राज्य के सभी 14 जिलों को कवर करते हुए अपने राज्यव्यापी चुनाव अभियान को खत्म करने के बाद अपने गृह क्षेत्र कन्नूर में मीडिया को संबोधित करते हुए बोला कि राष्ट्र भर में आम भावना यह है कि मोदी गवर्नमेंट को वापस नहीं आना चाहिए.
उन्होंने कहा, पूरे राष्ट्र में मोदी विरोधी लहर है. प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी बहुत आपत्तिजनक सांप्रदायिक बयान दे रहे हैं और यह समय है कि हिंदुस्तान के चुनाव आयोग को अपनी निष्पक्षता दिखाने के लिए हस्तक्षेप करना चाहिए, लेकिन कुछ नहीं हुआ. इसलिए एकमात्र विकल्प कानूनी रास्ता बचा है और इसे अपनाया जाएगा.
फिर हमेशा की तरह कांग्रेस पार्टी सांसद राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री विजयन ने कहा, कांग्रेस पार्टी नेताओं के बीच भी आम धारणा यह है कि राहुल अपनी यात्राओं के बाद बदल गए हैं.
उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के बारे में एक शब्द भी नहीं बोला, न ही कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र में इसके बारे में कुछ बोला गया है. ऐसा प्रतीत होता है कि वह आरएसएस और बीजेपी की सहायता कर रहे हैं.
सीएम विजयन ने कहा, केरल में, राहुल एक अलग स्वर में बोलते हैं, जबकि उन्हें वह बोलना चाहिए, जो पूरे हिंदुस्तान में विपक्ष द्वारा बोला जा रहा है.
सीएम कांग्रेस पार्टी सांसद के इस बयान से नाराज हैं कि प्रवर्तन निदेशालय विजयन और उनकी बेटी की आईटी कंपनी के सौदों पर नरम रुख अपना रहा है.
सीएम विजयन ने यूडीएफ के 18 मौजूदा सांसदों की निंदा की और बोला कि उन्होंने कभी भी संसद के अंदर केरल के लिए आवाज नहीं उठाई.
उन्होंने कहा, मैंने दो बार बैठक बुलाई थी और राज्य की जरूरतों के लिए लड़ने के लिए यूडीएफ के 18 सांसदों का समर्थन मांगा था. वे हमारा समर्थन करने के लिए तैयार हो गए, लेकिन जब सौंपे जाने वाले ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने की बात आई, तो उन्होंने बोला कि ज्ञापन में एक वाक्य शामिल किया जाना चाहिए, कि राज्य के खराब शासन के कारण चीजें इस स्तर तक पहुंच गई हैं.
सीएम विजयन ने कहा, यह साफ रूप से इन 18 सांसदों की मानसिकता को दर्शाता है क्योंकि वे राज्य के विरुद्ध हैं. इस बार वामपंथियों की बहुत बढ़िया जीत होगी.