पाकिस्तानी ने लगाए भारत माता की जय और थैंक यू इंडिया के नारे ,भारतीय नौसेना का बयान
पाकिस्तानी यदि हिंदुस्तान माता की जय और थैंक यू इण्डिया के नारे लगाने लगें तो सबका चौंकना स्वाभाविक है. लेकिन हम आपको बता दें कि यह कोई मजाक नहीं बल्कि हकीकत है. दरअसल भारतीय युद्धपोत ‘आईएनएस सुमित्रा’ ने सोमालिया के पूर्वी तट पर ईरानी झंडा लगे मछली पकड़ने के जहाज पर समुद्री दस्युओं के हमले के बाद उस पर सवार चालक दल के 19 पाकिस्तानी सदस्यों को सकुशल बचा लिया जिसके बाद सारे पाकिस्तानी मिलकर हिंदुस्तान के पक्ष में नारेबाजी करने लगे. यह वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है और पाक में भी इसे लोग एक दूसरे को फॉरवर्ड कर रहे हैं.
भारतीय नौसेना का बयान
हम आपको बता दें कि ‘आईएनएस सुमित्रा’ को अदन की खाड़ी और सोमालिया के पूर्व में समुद्री दस्यु रोधी और समुद्री सुरक्षा अभियानों के लिए तैनात किया गया है. इस जहाज ने मछली पकड़ने वाले ईरानी जहाज ‘इमान’ पर समुद्री डकैती का कोशिश विफल कर दिया था. भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने इस बारे में कहा है कि सोमालिया के पूर्वी तट पर समुद्री दस्यु रोधी एक और सफल अभियान में ‘आईएनएस सुमित्रा’ ने मछली पकड़ने वाली नौका अल नईमी और उसके चालक दल के 19 सदस्यों को 11 सोमाली समुद्री दस्युओं से बचाया. विवेक मधवाल ने कहा, ‘‘आईएनएस सुमित्रा ने कोच्चि से लगभग 850 समुद्री मील पश्चिम में दक्षिणी अरब सागर में 36 चालक दल (17 ईरानी और 19 पाकिस्तानी) के साथ अपहृत मछली पकड़ने वाले दो जहाजों को 36 घंटे से भी कम समय में त्वरित, लगातार और अथक प्रयासों से बचाया है.’’ उन्होंने बोला कि भारतीय नौसेना ने समुद्र में सभी नाविकों और जहाजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने वास्ते सभी समुद्री खतरों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए क्षेत्र में एक बार फिर अपनी प्रतिबद्धता साबित की है.
विदेश मंत्री एस। जयशंकर की प्रतिक्रिया
हम आपको यह भी बता दें कि इस मामले पर विदेश मंत्री एस। जयशंकर से भी प्रश्न पूछा गया था जिस पर उनकी प्रतिक्रिया आई है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बोला कि हिंदुस्तान की क्षमता, उसके अपने भलाई और प्रतिष्ठा के लिए महत्वपूर्ण है कि वह मुश्किल परिस्थितियों में वास्तव में सहायता करे. जयशंकर ने भारतीय प्रबंधन संस्थान, मुंबई में विद्यार्थियों के साथ वार्ता के दौरान एक प्रश्न का उत्तर देते हुए बोला कि हमारी प्रतिष्ठा के लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम वास्तव में कठिन घड़ी में सहायता करें. जयशंकर ने लाल सागर क्षेत्र के मामले पर बोला कि समुद्री डकैती के साथ-साथ मर्चेंट नेवी के पोतों पर ड्रोन हमलों की भी परेशानी है. जयशंकर ने कहा, ‘‘हमें उत्तरदायी राष्ट्र नहीं माना जाएगा, यदि हमारे पड़ोस में कुछ ठीक नहीं हो रहा हो और हम कहें कि हमारा इनसे कोई लेना-देना नहीं.” उन्होंने बोला कि जब आप मुसीबत में होंगे तो पड़ोसी राष्ट्र भी ऐसे ही कहेंगे. जयशंकर ने बोला कि पिछले 10 वर्ष में हिंदुस्तान ने एक बहुत मजबूत विमर्श विकसित किया है.