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प्रदेश में शुक्रवार को लोकसभा चुनाव का प्रथम चरण

जयपुर. पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) उत्कल रंजन साहू ने प्रदेश में शुक्रवार को लोकसभा चुनावों के प्रथम चरण में 12 निर्वाचन क्षेत्रों के सभी मतदाताओं से शांतिपूर्ण ढंग से अपने मताधिकार का प्रयोग करने की अपील की है.डीजीपी साहू ने कहा कि राजस्थान पुलिस द्वारा प्रथम चरण के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों जयपुर शहर, जयपुर ग्रामीण, बीकानेर, श्रीगंगानगर, चूरू, नागौर, अलवर, झुंझुनू, सीकर, दौसा, भरतपुर और करौली-धौलपुर में भय-मुक्त वातावरण में स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के पुख्ता व्यवस्था किए गए हैं. इन सभी निर्वाचन क्षेत्रों में शांति और कानून प्रबंध बनाए रखने के लिए राजस्थान पुलिस के जाप्ते साथ ही केन्द्रीय सशस्त्र सशस्त्र बलों की कम्पनियां और होमगार्ड्स के जवानों को तैनात किया गया है.

उन्होंने कहा कि प्रदेश में लोकसभा चुनावों के प्रथम एवं द्वितीय चरण के लिए राजस्थान पुलिस के अधिकारी और जवानों (प्रथम चरण करीब 75,000 एवं द्वितीय चरण में करीब 85,000) के साथ ही केन्द्रीय सशस्त्र बल और विशेष सशस्त्र बल की 175 कम्पनियों, राजस्थान शहरी- ग्रामीण होमगार्ड के 18 हजार 400 तथा बोर्डर होमगार्ड के 1600 जवानों को तैनात किया गया है.

सजगता से निभाएं उत्तरदायी नागरिक का फ़र्ज

साहू ने बोला कि इन 12 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में सभी मतदाता बिना किसी दबाव या प्रलोभन के निर्भय होकर उत्तरदायी नागरिक के रूप में लोकतंत्र के पर्व में अपनी किरदार सजगता से निभाएं. उन्होंने कहा कि प्रथम चरण के 12 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 14 पुलिस जिलों के अनुसार 23 हजार 651 मतदान केन्द्र और 719 सहायक मतदान केन्द्र बनाए गए हैं. इन मतदान केन्द्रों में से क्रिटीकल और कानून एवं प्रबंध की दृष्टि से संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मियों, होमगार्ड्स, आरएसी तथा केन्द्रीय सशस्त्र बलों के जवानों को निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित नॉर्म के मुताबिक तैनात किया गया है.

मतदान केन्द्रों पर सुरक्षा के माकूल इंतजाम

डीजीपी ने कहा कि इन लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के प्रत्येक मतदान केन्द्र पर एक पुलिसकर्मी को नियोजित किया गया है, जो मतदाताओं की कतार बनवाने, अनुमत आईडी प्रूफ की प्राथमिक जांच के बाद मतदाता को मतदान केन्द्र में प्रवेश देने, मतदान केन्द्र पर कानून एवं प्रबंध बनाए रखने और चुनाव प्रक्रिया के दौरान ईवीएम को सुरक्षा प्रदान करेंगे. मतदाताओं की भीड़ नियंत्रण के लिए 2 या 3 मतदान केन्द्रों वाले पोलिंग स्टेशन लोकेशन (पीएसएल) पर एक अतिरिक्त होमगार्ड तथा 4 या अधिक मतदान केन्द्रों वाले पीएसएल पर दो अतिरिक्त होमगार्ड्स लगाए गए है. वहीं सहायक मतदान केन्द्रों पर एक-एक होमगार्ड लगाया गया है. उन्होंने कहा कि क्रिटीकल मतदान केन्द्रों के अतिरिक्त प्रत्येक संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में क्षेत्रीय कानून प्रबंध की स्थिति के आंकलन के आधार पर संवेदनशील मतदान केन्द्रों की नयी श्रेणी ’लॉ एंड आर्डर संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर भी 1-2 आरएसी के जवान या सशस्त्र पुलिस बल को तैनात किया गया है.

विशेष टीमों और पर्यवेक्षण के लिए पुलिस ऑफिसरों को जिम्मा

साहू ने कहा कि इसके अतिरिक्त सामान्यतः 10 मतदान केन्द्रों पर पुलिस मोबाईल पार्टी के अनुसार सैक्टर पुलिस आफिसर्स तैनात किए गए है, इनके साथ पुलिस एवं होमगार्ड का जाप्ता लगाया गया है, वहीं सैक्टर मजिस्ट्रेट को भी एक-एक होमगार्ड मौजूद कराया गया है. इसके साथ ही फ्लाईंग स्क्वाड टीमों और स्टैटिक सर्विलांस टीमों (एफएसटी एवं एसएसटी) को भी पुलिस जाप्ता दिया गया है. जिला पुलिस अधीक्षकों को त्वरित कार्यवाही दल (क्यूआरटी),स्ट्राइक फोर्स एवं क्रिटीकल कलस्टर मोबाईल टीमों को रणनीतिक रूप से नियोजित कर क्षेत्र में लगातार भ्रमण करते हुए सघन पर्यवेक्षण के लिए पाबंद किया गया है. उन्होंने कहा कि प्रत्येक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में स्थित विधानसभा क्षेत्रों में डीएसपी या सीआई रैंक के पुलिस ऑफिसरों को पुलिस पर्यवेक्षण अधिकारी नियुक्त करते हुए उन्हें भी पुलिसकर्मी और होमगार्ड (कुल 05 कर्मी ) और 1 सैक्शन आरएसी का जाप्ता दिया गया है. वहीं लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में स्थित सभी विधानसभा क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के ऑफिसरों को मय पुलिसकर्मी और होमगार्ड (कुल 05 कर्मी) जाप्ता और रिजर्व जाप्ता के विधानसभा पर्यवेक्षक अधिकारी का जिम्मा भी सौंपा गया है. इन सभी पुलिस ऑफिसरों को परस्पर सतत समन्वय से शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए हैं.

अंतरराज्यीय सीमाओं की सीलिंग और चैकिंग

डीजीपी ने कहा कि प्रदेश में लोकसभा चुनावों के मद्देनजर सीमावर्ती राज्यों पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश एवं गुजरात राज्य से लगने वाली राजस्थान की सीमाओं पर सीलिंग कर 225 चौक पोस्ट स्थापित की गई है. इन पर लगातार चैकिंग हो रही है. इन समस्त चैक पोस्ट पर 5 पुलिसकर्मी एवं 5 होम गार्ड्स का जाप्ता नियोजित कर सीसीटीवी कैमरों और वीडियोग्राफी के जरिए राउंड द क्लॉक मॉनिटरिंग की जा रही है. उन्होंने कहा कि 19 अप्रैल को होने वाले प्रथम चरण के मतदान की समापन के समय से पूर्व के 48 घंटे का साइलेंस पीरियड, जो बुधवार शाम से आरम्भ हो गया है, में निर्वाचन क्षेत्रों में शुचिता सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्र के मतदाताओं के अतिरिक्त बाहरी आदमी जो बिना किसी वैध कारण के क्षेत्र है, उनका प्रवेश निषेध किया गया है.

विविध टास्कके लिए भी पुलिस बल अलर्ट मोड पर

उन्होंने कहा कि निर्वाचन से सम्बंधित अन्य जरूरी कार्यों में भी पर्याप्त संख्या में पुलिस बल और सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है. मतदान के बाद ईवीएम संग्रहण, ईवीएम की सुरक्षा एवं मतगणना केन्द्रों पर सुरक्षा व्यवस्था, संग्रहण एवं मतगणना के दिन यातायात एवं कानून व्यवस्था, वायरलैस संचार प्रबंध एवं परिवहन सम्बंधी जरूरतों जैसे सभी जरूरी टास्क के लिए जिला पुलिस को माकूल व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं किसी भी जगह पर आकस्मिक स्थिति में पुलिस जिलों में रिजर्व पुलिस टीमें भी अलर्ट पर है

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