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फूट-फूटकर रोते नजर आए शाहजहां शेख, BJP बोली…

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में कई स्त्रियों के साथ यौन अत्याचार एवं जमीन हड़पने के क्रिमिनल शाहजहां शेख का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह रोते हुए दिखाई दे रहा है. यह वहीं शाहजहां शेख है जिसे 29 फरवरी को जब अरैस्ट किया गया था तो वह न्यायालय में पेशी के चलते अकड़ से चलता हुआ दिखाई दिया था. इसके चलते जाते हुए उसने उंगली उठाकर वहां पर खड़े लोगों को कुछ संकेत भी किया था.

शाहजहां का जो वीडियो अब सामने आया है उसमें नजर आ रहा है कि न्यायालय से आते समय वह पुलिस वैन में बैठा हुआ है. इसी के चलते बाहर उसके कुछ परिजन एवं समर्थक खड़े हैं. जैसे ही शाहजहां शेख अपनी छोटी बेटी को बाहर देखता है, तो उसके आंसू निकल आते हैं तथा वह रोने लगता है. सोशल मीडिया पर शाहजहां शेख का यह वीडियो वायरल हो रहा है. शाहजहां शेख के वीडियो पर बीजेपी ने तंज कसा है. बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, ‘स्वैग गायब हो गया है. ममता बनर्जी का पोस्टर बॉय – दुष्कर्मी शेख शाहजहां एक नादान बच्चे की भांति रो रहा है. जब कानून शिकंजे में आएगा तो उसे बचाने कोई नहीं आएगा. यहां तक कि ममता बनर्जी भी नहीं. वह अपने मंत्रियों को भी नहीं बचा सकीं. घड़ी चल रही है.

शाहजहां शेख की पहचान तृण मूल काँग्रेस के एक शक्तिशाली एवं प्रभावशाली नेता के रूप में है. वो संदेशखाली यूनिट का तृण मूल काँग्रेस अध्यक्ष भी रह चुका है. पहली बार शाहजहां शेख उस वक़्त ख़बरों में आया, जब 5 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय की टीम शाहजहां से बंगाल राशन वितरण भ्रष्टाचार मुद्दे में पूछताछ करने पहुंची थी, उस वक़्त उसके गुर्गों ने प्रवर्तन निदेशालय की टीम पर धावा कर दिया था. इसके पश्चात् से प्रवर्तन निदेशालय लगातार पूछताछ के लिए शाहजहां शेख को समन जारी कर रही है, किन्तु प्रवर्तन निदेशालय टीम पर हमले के पश्चात् से वो फरार चल रहा था. पूरे 55 दिनों के पश्चात् इसी साल फरवरी में पुलिस उसे अरैस्ट करने में सफल हुई है.

ED की टीम पर धावा होने के बाद संदेशखाली ख़बरों में आ गया, जब वहां की स्त्रियों ने शाहजहां शेख पर जमीन हड़पने एवं उसके गुर्गों पर यौन उत्पीड़न का इल्जाम लगाया. इस मुद्दे को लेकर लेफ्ट एवं बीजेपी पार्टियों ने ममता गवर्नमेंट के विरुद्ध खूब विरोध किया. संदेशखाली में धारा 144 लगाकर विपक्ष के नेताओं को वहां जाने से रोका गया, हालांकि बीजेपी के नेताओं ने बंगाल से लेकर दिल्ली तक इस मुद्दे को उठाया तथा ममता गवर्नमेंट पर दबाव बनाया कि संदेशखाली के सभी अपराधियों की गिरफ्तारी हो. कोलकाता हाई कोर्ट ने जब शाहजहां की गिरफ्तारी का आदेश दिया तो पुलिस ने एक्शन लेते हुए उसे अरैस्ट किया.

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