फ्लोर टेस्ट से पहले सीएम नीतीश और पीएम की मुलाकात क्यों मानी जा रही है अहम, जानें
Bihar Politics Latest News: झारखंड में चंपई गवर्नमेंट ने तो बहुमत हासिल कर लिया है। अब नीतीश कुमार की बारी है। 12 फरवरी को नीतीश गवर्नमेंट को बहुमत हासिल करना है। उससे पहले पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने गवर्नमेंट में हिस्सेदारी बढ़ाने की मांग की है। मांझी के इस बयान से एक बार फिर बिहार का सियासी पारा गर्म हो गया है। इस बीच समाचार है कि अग्निपरीक्षा से गुजरने से पहले नीतीश कुमार पीएम मोदी से मुलाकात करने वाले हैं।
अमित शाह और जेपी नड्डा से भी मिलेंगे नीतीश कुमार
सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 7 फरवरी को दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। फ्लोर टेस्ट से पहले मुख्यमंत्री नीतीश और पीएम की मुलाकात अहम मानी जा रही है। खबरों के मुताबिक, नीतीश दो दिन के लिए दिल्ली दौरे के दौरान पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मिलेंगे। हालांकि, यह साफ नहीं हो पाया है कि इस दौरान वो किस मामले पर बात करेंगे, लेकिन बोला जा रहा है कि नीतीश कुमार कैबिनेट बैठक पर चर्चा कर सकते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का छलका दर्द
बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी का दर्द एक बार फिर छलक आया है। मांझी ने नीतीश गवर्नमेंट के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अपनी भागीदारी बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने बोला है कि एक रोटी से पेट नहीं भरता है, उन्हें और अधिक हिस्सेदारी चाहिए। बता दें कि जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमान को नीतीश गवर्नमेंट में पहले ही मंत्रालय मिल चुका है। जीतनराम मांझी ने कहा, ‘मैं 43 वर्ष से काम कर रहा हूं। लोगों को मुझसे आशा रहती है कि कुछ काम मैं कर दूं। यदि मुझे कोई मंत्रालय मिल जाए तो और काम हो सकता है। हमेशा मैं एक ही विभाग देखता रहूं ये अच्छा नहीं लगता है।’
क्या जीतन राम मांझी मारेंगे पलटी?
जीतन राम मांझी के बयान के बाद यह अटकलें लगाई जाने लगी थी कि वो एनडीए छोड़कर महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं, लेकिन उन्होंने इस बात को खारिज कर दिया है। जीतनराम मांझी ने ये कह दिया है कि 12 फरवरी को होने वाले शक्ति परीक्षण में नीतीश गवर्नमेंट फ्लोर पर अपना बहुमत साबित करेगी। इसके साथ ही मांझी ने ये भी दावा किया कि विपक्षियों के भी कुछ वोट गवर्नमेंट हासिल कर सकती है।जीतन राम मांझी ने कहा, ‘ये कोई रंजिश नहीं है। इसके कारण समर्थन देने और लेने का कोई फर्क नहीं आता है। हम नीतीश जी और एनडीए के साथ हैं और रहेंगे। 12 फरवरी को जो फ्लोर टेस्ट होगा, उसमें डट कर हम एनडीए का साथ देंगे।’
क्या बिहार में होगा खेला?
12 फरवरी को बिहार में नीतीश गवर्नमेंट अग्निपरीक्षा से गुजरने वाली है। नीतीश कुमार को विश्वास मत हासिल करना है। लेकिन, इससे पहले आरजेडी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव खेला होने का दावा कर चुके हैं। इस बीच झारखंड की तरह बिहार कांग्रेस पार्टी के 16 विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट किया गया है। बिहार में अब कांग्रेस पार्टी के 19 विधायक फ्लोर टेस्ट के दिन पटना लौटेंगे।
उपमु्ख्यमंत्रियों ने की प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात
सीएम नीतीश कुमार से पहले बिहार के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने पीएम मोदी से मुलाकात की है, लेकिन इस दौरान कि मामले पर बात हुई ये सामने नहीं आया है। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के बाद सम्राट चौधरी ने कहा, ‘हमने पीएम को कर्पूरी ठाकुर को हिंदुस्तान रत्न से सम्मानित करने पर विशेष तौर पर धन्यवाद किया। हमने उनसे मार्गदर्शन भी लिया।’
क्या प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी से मंत्रिमंडल विस्तार पर हुई चर्चा
यह पूछे जाने पर कि क्या बिहार मंत्रिमंडल के विस्तार पर कोई चर्चा हुई, विजय कुमार सिन्हा ने कहा, ‘इसके लिए हमारे पास सक्षम नेतृत्व है और मुनासिब समय पर फैसला लिए जाएंगे।’ सम्राट चौधरी और विजट सिन्हा दोनों ने इस इल्जाम के लिए कांग्रेस पार्टी की निंदा की कि बीजेपी बिहार में उसके विधायकों को खरीदने की प्रयास कर रही है।
सम्राट चौधरी ने कांग्रेस पार्टी विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट करने पर कहा, ‘घूमाने के लिए ले गए हैं, घूमाने दीजिए। दिल्ली आए थे। अब उनको हैदराबाद ले जा रहे हैं तो अच्छी बात है। विधायक घूमेंगे और नवाबों के शहर को देखेंगे। हमारे पास 128 विधायक हैं तो हमें उनकी आवश्यकता नहीं हैं। हमें कांग्रेस पार्टी और राजद का समर्थन नहीं चाहिए। हमें जनता का समर्थन चाहिए। जनता के बल पर NDA की गवर्नमेंट 2020 में बनी है। ये बीच में चोरी करने के लिए कुछ लोग आए थे तो सबका उपचार होगा।’