महाकाल मंदिर से शुरू होगा देश में होली उत्सव
पूरे राष्ट्र में 25 मार्च को होली का त्योहार धूम धाम से मनाया जाएगा। हिंदुस्तान में सबसे पहले होलिका दहन महाकाल के आंगन यानी उज्जैन से प्रारम्भ होता है। इसके अतिरिक्त ओरछा की प्राचीन परंपराओं के मुताबिक श्रीरामराजा गवर्नमेंट के आंगन में विधि-विधान से पूजन के साथ होलिका दहन होगा। राजशाही परंपरा के अनुसार 29 मार्च को होली खेलने के लिए राजा राम गर्भगृह से बाहर निकलकर मंदिर के चौक में विराजेंगे।
गौरतलब है कि राष्ट्र भर में होली का त्यौहार लोग पूरे धूम धाम से मनाने की तैयारियों में जुटे हुए है लेकिन होली के बाद मध्य प्रदेश के ओरछा में राम लला के साथ मनाए जाने वाली होली का अलग ही महत्व है। आसमान को सतरंगी कर देने वाली निवाड़ी जिले के ओरछा की होली को लोग बड़े ही उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाते हैं। ओरछा में 29 मार्च को होली खेलने के लिए राजा राम गर्भगृह से बाहर निकलकर मंदिर के चौक में विराजेंगे। इस दिन ईश्वर राम की होली देखने और महोत्सव में शामिल होने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैंदरअसल ओरछा को राष्ट्र की दूसरी अयोध्या के नाम से जाना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि ईश्वर श्री राम अयोध्या से चलकर रानी कुंवरी की गोद में आए थे। राजशाही परंपरा के अनुसार 29 मार्च को होली खेलने के लिए राजा राम गर्भगृह से बाहर निकलकर मंदिर के चौक में विराजेंगे। इस मौके पर बुंदली फागों के साथ लोग मंदिर परिसर में भजन कीर्तन करेंगे। सबसे पहले मंदिर के पुजारी रामलला पर रंग बरसाएंगे।
दो बार होती है मंगला आरती
रंगोस्तव के दूसरे दिन सुबह 5 बजे मंगला आरती होती है, जो वर्ष में केवल दो मौकों पर होती है। होली के अतिरिक्त रामनवमी पर मंगला आरती होती है। ईश्वर श्री रामराजा गवर्नमेंट की होली देखने और महोत्सव में शामिल होने यहां दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं।
महाकाल में पहले होगी होलिका दहन
उज्जैन के महाकाल मंदिर के आंगन में 24 मार्च को गोधूलि बेला में होलिका दहन किया जाएगा। इससे पहले संध्या आरती में ईश्वर महाकाल के साथ जमकर होली खेली जाएगी। इस अवसर पर महाकाल के हजारों भक्त रंगों में नहाये हुए नजर आएंगे। होली के एक दिन पहले ही महाकाल मंदिर में पुजारियों और श्रद्धालुओं द्वारा ईश्वर महाकाल के साथ होली खेली जाएगी। इसके बाद पुजारी मंदिर परिसर में पूजा-अर्चना कर होलिका दहन करेंगे। आपको बता दें कि हिंदुस्तान में सबसे पहले होलिका दहन महाकाल के आंगन में होता है।