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लोकेश शर्मा ने गहलोत पर लगाएं ये बड़े आरोप

राजस्थान न्यूज डेस्क !!! लोकसभा चुनाव में दूसरे चरण के मतदान से दो दिन पूर्व बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा ने 4 बड़े खुलासे किए. खुलासों में इन्होने अशोक गहलोत पर उन्हें पेन ड्राइव में टेलीफोन टेपिंग के 3 क्लिप देने का इल्जाम लगाया, जिसे अब तक सोशल मीडिया से मिलने का कहा जा रहा था. लोकेश ने बोला की गहलोत ने ही उन्हें इसे मीडिया तक पहुंचाने के लिए बोला था . इनमे से एक ऑडियो में बीजेपी पर कांग्रेस पार्टी विधायकों के खरीद-फरोख्त की बात भी कही गई थी. उन्होंने ही 2020 में ऑडियो मीडिया में वायरल किए थे.

पिछली गहलोत गवर्नमेंट के 2020 के सियासी संकट के दौरान टेलीफोन टैपिंग का मुद्दा काफी सुर्खियों में रहा था अब इस मुद्दे में पूर्व सीएम अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा ने बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत पर बड़ा इल्जाम लगाते हुए उन पर निशाना साधा है राज्य में कांग्रेस पार्टी गवर्नमेंट आने के बाद से ही लोकेश शर्मा लगातार गहलोत के विरुद्ध बयानबाजी कर रहे थे लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से दो दिन पहले सियासी मतलब निकालने के लिए ऐसे इल्जाम लगाए जा रहे हैं लोकेश शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इल्जाम लगाया कि सियासी संकट के दौरान मैंने कुछ ऑडियो मीडिया को भेजे थे, तब मैंने बोला था कि ये ऑडियो मुझे सोशल मीडिया से मिले हैं लेकिन, यह सच नहीं था ये ऑडियो मुझे अशोक गहलोत ने दिया था

शर्मा ने इल्जाम लगाया कि 16 जुलाई 2020 को दिल्ली रोड स्थित एक होटल में विधायकों की बाड़ेबंदी की गई थी और मैं होटल में था तभी गहलोत के पीएसओ का टेलीफोन आया कि सीएम ने बुलाया है जब मैं सीएम आवास पहुंचा तो गहलोत ने मुझे एक कागज और एक पेन ड्राइव दी और बोला कि इस पेन ड्राइव में विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़े ऑडियो हैं, जिन्हें मीडिया में जारी करना है मैंने उन ऑडियो को पेन ड्राइव से अपने लैपटॉप में ले लिया और फिर उन्हें लैपटॉप से ​​अपने टेलीफोन में ट्रांसफर कर मीडिया में जारी कर दिया. उस समय मैंने सीएम के आदेशों का पालन किया क्योंकि मैं उनका सहायक था.

लोकेश ने बोला कि गहलोत को मुझ पर संदेह था कि मैंने पेन ड्राइव और लैपटॉप नष्ट नहीं किया है. इसलिए उन्होंने 26 नवंबर 2021 को मेरे कार्यालय पर एसओजी की छापेमारी भी की, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला उस समय मुझे एहसास हुआ कि अशोक गहलोत सिर्फ़ लोगों का इस्तेमाल करते हैं और काम पूरा होने पर चले जाते हैं. उन्होंने मुझसे कई बार बोला था कि लोगों का इस्तेमाल करना सीखो.

लोकेश ने बोला कि सियासी संकट के दौरान राज्य गवर्नमेंट ने सचिन पायलट और उनके समर्थकों के टेलीफोन सर्विलांस पर रखे थे, उस समय इस मुद्दे में पुलिस और गृह विभाग के कई अधिकारी भी शामिल थे गहलोत सचिन पायलट को पसंद नहीं करते थे और जनता में उनकी छवि खराब करना चाहते थे इसलिए गवर्नमेंट गिराने की षड्यंत्र रची गई और पायलट को गोली मार दी गई शर्मा ने बोला कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को भी संजीवनी घोटाले में आरोपी बनाकर गहलोत ने उनकी छवि खराब की है

लोकेश ने इल्जाम लगाया कि पेपर लीक मुद्दे में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष रहे डीपी जारोली को भी अशोक गहलोत ने बचाया था रिट पेपर लीक के बाद लेवल 2 का पेपर रद्द जब जारोली का नाम इसमें आया तो गहलोत सोच में पड़ गए कि क्या कार्रवाई की जाए, उन्हें कैसे हटाया जाए तब गहलोत कहते थे कि जारोली उनका आदमी है लोकेश ने बोला कि वह 3 वर्ष से टेलीफोन टैपिंग मुद्दे में दिल्ली पुलिस की प्रताड़ना झेल रहे हैं दिल्ली पुलिस अक्सर मुझसे लंबी पूछताछ करती है जब मेरे विरुद्ध एफआईआर हुई तो गहलोत ने बोला कि हम ये लड़ाई उच्चतम न्यायालय तक लड़ेंगे, लेकिन बाद में उन्होंने मुद्दे को पूरी तरह से टाल दिया और मुझे अकेला छोड़ दिया

लोकेश ने मीडिया को जो कथित ऑडियो क्लिप सुनाई है, उसमें दावा किया जा रहा है कि आवाज अशोक गहलोत की है ऑडियो में गहलोत लोकेश से पूछ रहे हैं कि जिस पैन ड्राइव में ऑडियो था और जिस टेलीफोन से ऑडियो मीडिया को भेजा गया था उसका क्या हुआ, वे नष्ट हो गए या नहीं, इस पर शर्मा कहते हैं कि वे नष्ट हो गए. तब गहलोत ने लैपटॉप लिया और पूछा कि लैपटॉप सीएमआर का है या आपका निजी है लोकेश ने बोला कि यह उनका निजी मुद्दा है, तो गहलोत ने बोला कि वह लैपटॉप अपने पास न रखें, वह इसके बदले किसी को नया लैपटॉप दे देंगे वार्ता में गहलोत फिर पूछते हैं कि क्या उन्होंने 200 प्रतिशत बर्बाद कर दिया है, तो लोकेश कहते हैं हां, उन्होंने 200 प्रतिशत बर्बाद कर दिया है

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