सीकर में हुआ दर्दनाक हादसा, कार में आग लगने से हुई 7 लोगो की मौत
आग में दो मासूम समेत सात जिंदगियां जिंदा जल गईं, जिससे हर किसी का दिल दहल गया. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, ट्रक से भिड़न्त के बाद कार में आग लग गई, जिसे आसपास के लोगों ने बचाने की प्रयास की, लेकिन कार की गैस किट और ट्रक से रुई गिरने के कारण आग विकराल हो गई और उन्हें पीछे हटना पड़ा। ।मजबूर किया गया इसके बाद का मंजर चौंकाने वाला था। आग का गोला बनी कार का ड्राइवर ताली बजाता रहा और लोगों से सहायता मांगता रहा। दोनों मासूमों समेत अन्य यात्री भी आग से झुलसकर तड़प रहे थे. यह हृदय-विदारक दृश्य देखकर कोई उसकी सहायता न कर सका. कुछ मिनटों की चीख-पुकार के बाद आख़िरकार आग की गर्मी से काले पड़े शवों ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया. जब तक फायर ब्रिगेड पहुंची और आग पर काबू पाया तब तक सभी की जान जल चुकी थी.
आग भयानक थी, कोई कुछ नहीं कर सका
प्रत्यक्षदर्शी रामनिवास सैनी ने कहा कि दोपहर करीब ढाई बजे वह अपनी पिकअप लेकर फतेहपुर में सालासर पुलिया पर जा रहा था. आगे चल रहे एक ट्रक को पीछे से आ रही एक कार ने ओवरटेक किया. उसी दौरान सामने से आ रहे गाड़ी से बचने के चक्कर में कार का संतुलन बिगड़ गया और ट्रक से जा टकराई. उसने तुरंत अपनी पिकअप रोकी और कार तक पहुंचने की प्रयास की, लेकिन पाया कि कार आग की लपटों में घिरी हुई थी. कार चला रहे हार्दिक बिंदल बेहोश हो गए। उसके पेट में स्टेयरिंग का धंसा हुआ था. अन्य लोग भी दौड़े और कार का गेट खोलने का कोशिश किया, लेकिन सेंट्रल लॉक जाम होने के कारण गेट नहीं खुला। कार की बंद खिड़कियों को तोड़ने की प्रयास की गई, लेकिन आग फैलती जा रही थी. पुलिस को सूचना दी। रामनिवास ने कहा कि कार के पीछे गैस किट टैंक में आग लग गई. आग की तेज लपटों से लोग दूर भाग गए. इसी दौरान ट्रक में लदी रुई की वाहन में आग लग गयी। आग भड़क उठी। कुछ ही देर में पुलिस मौके पर पहुंच गई, लेकिन बिना दमकल के कोई कुछ नहीं कर सका.
40 मिनट बाद दमकल की वाहन पहुंची
पुलिस कुछ ही मिनटों में मौके पर पहुंच गई, जबकि फायर ब्रिगेड करीब 40 मिनट बाद मौके पर पहुंची। जबकि फायर स्टेशन कार्यालय से फायर ब्रिगेड पहुंचने में सात से आठ मिनट भी नहीं लगते. इसके बावजूद फायर ब्रिगेड आधी-अधूरी तैयारियों के साथ पहुंची. जैसे ही दमकलकर्मियों ने आग बुझाने की प्रयास की, पानी का पाइप खुल गया। दमकल कर्मियों ने दोबारा पाइप लगाकर आग पर काबू पाने का कोशिश किया. जब तक फ़तेहपुर और रामगढ़ शेखावाटी दोनों जगहों से दो-दो दमकल गाड़ियाँ मौके पर पहुँचीं, तब तक सात लोगों की जान जा चुकी थी.