महिला के साथ सस्ते टिकट से एक यात्री और कर सकता है फर्स्ट एसी में सफर
Redevelopment of railway stations. बाहरी और पश्चिमी दिल्ली की ओर रहने लाखों लोगों की नयी दिल्ली स्टेशन की भागादौड़ी बचेगी. इन्हें हरियाणा, राजस्थान और गुजरात समेत पश्चिमी हिंदुस्तान की ओर जाने वाली ट्रेनों को पकड़ने के लिए नयी दिल्ली स्टेशन का विकल्प मिल जाएगा. वहीं, से ट्रेनें पकड़कर अपने-अपने गंतव्य तक जा सकेंगे.
भारतीय रेलवे देशभर में 1000 से अधिक रेलवे स्टेशनों को रिडेवलप करा रहा है. इनका काम दो चरणों प्रारम्भ हुआ है, इनमें से काफी स्टेशनों पर काम पहले चरण में प्रारम्भ हो चुका और इस साल पूरा हो जाएगा. इन्हीं में से दो स्टेशन राजधानी दिल्ली के हैं. दोनों स्टेशन अपने आप में खास होंगे. इनमें एक बिजवासन और दूसरा सफदरजंग रेलवे स्टेशन है.
दिल्ली का पांचवां सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन बिजवासन
भारतीय रेलवे अमृत हिंदुस्तान रेलवे स्टेशन के अनुसार बिजवासन रेलवे स्टेशन को रिडेवलप कर रहा है. यह स्टेशन नयी दिल्ली, पुरानी दिल्ली, निजामुद्दीन और आनंद विहार के बाद पांचवां सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन बनेगा. इस स्टेशन की विशेषता यह होगी कि स्टेशन से मेट्रो या पार्किंग स्काई वे बनेंगे, जिससे यात्री सीधा स्टेशन पहुंच सकेगा. सात प्लेफार्म वाले इस स्टेशन से हरियाणा, राजस्थान, गुजरात समेत पश्चिम हिंदुस्तान की ओर जाने वाले यात्रियों को राहत मिलेगी. इन यात्रियों की नयी दिल्ली स्टेशन की भागादौड़ी बच जाएगी. भविष्य में ये यात्रियों के पास बिजवासन स्टेशन से ट्रेन पकड़ का विकल्प होगा.
सफदरजंग रेलवे स्टेशन पर 2200 कमरों का बिजनेस हब
दिल्ली के दिल पर बनने वाले सफदरजंग रेलवे स्टेशन की विशेषता यह होगी कि यहां पर आफिस के लिए करीब 2200 कमरे होंगे. यानी कमर्शियल रूप में यह इस स्थान को इस्तेमाल कोई भी कर सकता है. स्टेशन में आफिस बने होने सबसे बड़ा फायदा होगा कि प्लेटफार्म से सीधे आफिस पहुंचा जा सकेगा. यह राष्ट्र का ऐसा स्टेशन होगा जो ट्रेनों की आवाजाही के साथ बिजनेस हब भी बनेगा. यहां पर 41361 वर्ग मीटर आफिस एरिया विकसित किया जाएगा. इस एरिया में करीब 2200 कमरे होंगे. यहां आफिस आने वाले कर्मचारियों प्लेटफार्म से उतरकर सीधे आफिस पहुंच सकेंगे. उन्हें आवागमन के लिए निजी वाहन, मेट्रो या बस का यात्रा नहीं करना पड़ेगा. लोकल ट्रेन पकड़कर सीधा आफिस पहुंच सकेंगे. यानी समय और पैसा दोनों की बचत होगी.