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17 जनवरी को भक्तों के लिए खुल जाएगा भगवान जगन्नाथ मंदिर का भव्य कॉरिडोर

पुरी में ईश्वर जगन्नाथ मंदिर 17 जनवरी को ‘श्रीमंदिर परिक्रमा प्रकल्प’ या मंदिर विरासत गलियारा परियोजना का उद्घाटन करने के लिए तैयार है श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने कार्यक्रम के लिए राष्ट्र भर के 90 धार्मिक मंदिरों और संस्थानों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया है अनुष्ठान 12 जनवरी को प्रारम्भ हुआ, जिसकी आरंभ गजपति महाराजा दिब्यसिंघा देब ने की थी श्री मंदिर परिक्रमा परियोजना नामक गलियारे का उद्देश्य भक्तों को मंदिर की बिना रुकावट परिक्रमा की सुविधा प्रदान करना है और इसे ₹943 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है

अनुष्ठान की आरंभ 12 जनवरी को गजपति महाराजा देब द्वारा पारंपरिक ‘श्री नाहर’ निमंत्रण देने के साथ हुई इसके बाद के कार्यक्रमों में 13 जनवरी को ‘अंकुरोपन’ और ‘अंकुर पूजा’, 14 जनवरी को ‘यज्ञ अधिबास’ और 15 जनवरी को ‘अखंड दीपा’ और  अगले तीन दिनों के लिए यज्ञ की आरंभ का प्रतीक रखना शामिल है पूजा अनुष्ठान 17 जनवरी को खत्म होगा, जब सीएम नवीन पटनायक आधिकारिक तौर पर भक्तों के लिए गलियारा खोल देंगे इस परियोजना में कतार प्रबंधन प्रणाली, बैगेज स्क्रीनिंग, क्लोकरूम, पीने के पानी के प्रावधान, टॉयलेट सुविधाएं और बहुत कुछ जैसी आधुनिक सुविधाएं शामिल हैं

गलियारे परियोजना ने नेपाल के राजा सहित पूरे विश्व के प्रमुख हिंदू मंदिरों को भी निमंत्रण भेजा ओडिशा गवर्नमेंट ने वीआईपी, कॉर्पोरेट नेताओं और प्रसिद्ध शख़्सियतों सहित एक विशेष मेहमान सूची तैयार की उद्घाटन कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रदर्शन, शंखनाद और उत्तरपरस्वा मठ के मंच से सीएम पटनायक का संबोधन शामिल होगा मंदिर के मुख्य प्रशासक रंजन कुमार दास ने परियोजना की विशेषताओं पर प्रकाश डाला, जिससे मंदिर के परिवेश को एक समकालीन तीर्थ केंद्र में बदल दिया गया

लोकार्पण यज्ञ 15 जनवरी से 17 जनवरी तक निर्धारित है, जिसमें मंदिर के चारों द्वारों पर वैदिक पाठ किया जाएगा पूर्वी, दक्षिणी, पश्चिमी और उत्तरी द्वार पर क्रमशः ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद का पाठ किया जाएगा इस परियोजना का उद्देश्य तीर्थयात्रियों के अनुभव को बढ़ाना, आधुनिक सुविधाएं प्रदान करना और पुरी में ईश्वर जगन्नाथ मंदिर की विरासत को संरक्षित करना है

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