Andhra Pradesh: चंद्रबाबू नायडू ने शराब पर खेला ये बड़ा दांव
टीडीपी सुप्रीमो और आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम एन चंद्रबाबू नायडू ने कुप्पम में एक हालिया रैली में यह वादा किया, जहां से वह आनें वाले लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने ने बोला कि मैं आपको बता रहा हूं, 40 दिनों के बाद (टीडीपी गवर्नमेंट बनने के बाद), हम न सिर्फ़ गुणवत्तापूर्ण शराब, बल्कि कीमतें कम करने की भी जिम्मेदारी लेंगे.
आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के नेतृत्व वाला विपक्ष राज्य में विधानसभा चुनाव के साथ-साथ लोकसभा चुनाव से पहले एक अनोखा वादा लेकर आया है. वे “कम कीमतों” में बेहतर गुणवत्ता वाली शराब के वादे के साथ मतदाताओं को लुभा रहे हैं. टीडीपी सुप्रीमो और आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम एन चंद्रबाबू नायडू ने कुप्पम में एक हालिया रैली में यह वादा किया, जहां से वह आनें वाले लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने ने बोला कि मैं आपको बता रहा हूं, 40 दिनों के बाद (टीडीपी गवर्नमेंट बनने के बाद), हम न सिर्फ़ गुणवत्तापूर्ण शराब, बल्कि कीमतें कम करने की भी जिम्मेदारी लेंगे.
उन्होंने दक्षिणी राज्य में शराब पर प्रतिबंध लगाने के अपने 2019 के चुनावी वादे से पीछे हटने के लिए आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी और उनकी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी पार्टी की भी निंदा की. कुप्पम में अपने संबोधन के दौरान चंद्रबाबू नायडू ने बोला कि यह “हमारे छोटे भाइयों” की मांग है कि शराब की कीमतें कम की जाएं. उन्होंने बोला कि शराब सहित सभी वस्तुओं के मूल्य बेतहाशा बढ़ गए हैं, जो आसमान छू रहे हैं. जब मैं शराब का जिक्र करता हूं तो हमारे छोटे भाई खुश हो जाते हैं. वे चाहते हैं कि शराब की कीमतें कम की जाएं.
टीडीपी सुप्रीमो ने इल्जाम लगाया कि यह जगन मोहन रेड्डी ही हैं जिन्होंने मूल्य 60 रुपये (एक चुटकी के लिए) से बढ़ाकर 200 रुपये कर दी और 100 रुपये जेब में डाल दिए. आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी पार्टी गवर्नमेंट ने कथित तौर पर 2019-20 में 17,000 करोड़ रुपये से अधिक के मुकाबले 2022-23 में उत्पाद शुल्क राजस्व के माध्यम से लगभग 24,000 करोड़ रुपये एकत्र किए. विशेष रूप से, आंध्र प्रदेश में शराब सरकारी स्वामित्व वाली दुकानों के माध्यम से बेची जाती है.