राष्ट्रीय

Arvind Kejriwal Health: पूरी तरह से स्वस्थ हैं केजरीवाल, शुगर लेवल भी है सामान्य

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की तिहाड़ कारावास में तबीयत खराब नहीं हुई है. सूत्रों ने बोला कि आम आदमी पार्टी प्रमुख की स्वास्थ्य स्थिति ठीक बनी हुई है, उनकी मधुमेह की स्थिति के कारण रोजाना नियमित चिकित्सा जांच की जा रही है. सूत्रों ने कहा कि इन मेडिकल जांचों के दौरान केजरीवाल का शुगर लेवल लगातार सामान्य सीमा के भीतर रहा है. उन्होंने बोला कि 1 अप्रैल को जब अरविंद केजरीवाल को कारावास भेजा गया तो मेडिकल जांच के दौरान उनका वजन 65 किलो था और 7 अप्रैल को 66 किलो था. साथ ही शुगर लेवल भी काफी मेंटेन है और वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं.

हालांकि, AAP ने दावा किया कि तिहाड़ कारावास में केजरीवाल का शुगर लेवल बिगड़ गया. पार्टी ने दावा किया, “उपवास में रक्त शर्करा 160 बताई गई. उपवास में सामान्य रक्त शर्करा 70 होनी चाहिए.” पार्टी ने केजरीवाल की एक मेडिकल रिपोर्ट भी साझा की. आधिकारिक चिकित्सा स्वास्थ्य चार्ट का हवाला देते हुए, बीजेपी नेता ने बोला कि कारावास में केजरीवाल का वजन 4.5 किलो कम नहीं हुआ और उनके बीपी और शुगर जैसे जरूरी आंकड़े भी सामान्य हैं.

दिल्ली एलओपी रामवीर सिंह बिधूड़ी ने बोला कि इल्जाम लगाए गए हैं कि मुख्यमंत्री (अरविंद केजरीवाल) का वजन 4.5 किलो कम हो गया है, लेकिन आधिकारिक जानकारी में कहा गया है कि उनका वजन 1 किलो बढ़ गया है. कारावास के नियम सभी के लिए समान हैं, चाहे आम आदमी हो या वीआईपी. कल ही उनकी पत्नी (सुनीता केजरीवाल) और पीए विभव ने उनसे आधे घंटे के लिए मुलाकात की थी. अरविंद केजरीवाल ने न्यायालय से निवेदन किया था कि उन्हें हफ्ते में पांच बार अपने वकीलों से मिलने की इजाजत दी जाए. न्यायालय ने इसे नहीं माना, क्योंकि कारावास के नियम कहते हैं कि सप्ताह में दो बार मुलाकात की जा सकती है.

पिछले सप्ताह की आरंभ में, दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने इल्जाम लगाया था कि दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति मुद्दे में गिरफ्तारी के बाद से अरविंद केजरीवाल का वजन लगभग 4.5 किलोग्राम कम हो गया है. उन्होंने आरोपल लगाया कि अरविन्द केजरीवाल जी गंभीर मधुमेह बीमार हैं. स्वास्थ्य समस्याओं के बावजूद वह राष्ट्र की सेवा में 24 घंटे लगे रहे. गिरफ्तारी के बाद से केजरीवाल का वजन 4.5 किलो कम हो गया है ये बहुत चिंताजनक है बीजेपी उन्हें कारावास में डालकर उनके स्वास्थ्य को खतरे में डाल रही है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button