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Delhi Excise Policy case : K Kavitha को न्यायिक हिरासत में भेजा गया 23 अप्रैल तक

दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति मामला: बीआरएस नेता के कविता को दिल्ली की राउज एवेन्यू न्यायालय ने सोमवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा ने सोमवार को के कविता को 23 अप्रैल, 2024 तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया, यह देखते हुए कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) इस मुद्दे में उनकी हिरासत रिमांड नहीं चाहती थी.

सुनवाई की पिछली तारीख पर न्यायालय द्वारा दी गई तीन दिन की रिमांड की समापन पर कविता को न्यायालय के समक्ष शारीरिक रूप से पेश किया गया था. उन्होंने कहा, “यह CBI कस्टडी नहीं है, यह भाजपा कस्टडी है. भाजपा बाहर जो बोल रही है, अंदर से CBI वही मांग रही है, बार-बार 2 वर्ष मांग रही है, इसमें कोई नयी बात नहीं है.” इससे पहले, CBI ने एक आवेदन दाखिल कर उत्पाद शुल्क नीति मुद्दे के संबंध में के कविता को 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेजने के लिए न्यायालय से निर्देश देने की मांग की थी.

सीबीआई रिमांड आवेदन में बोला गया है कि  कविता कल्वाकुंतला को उत्पाद शुल्क के निर्माण और कार्यान्वयन के संबंध में आरोपी/संदिग्ध व्यक्तियों के बीच रची गई बड़ी षड्यंत्र का पता लगाने के लिए सबूतों और गवाहों के साथ सामना करने के लिए हिरासत में पूछताछ करने के लिए तुरन्त मुद्दे में अरैस्ट करने की जरूरत थी. नीति, साथ ही गलत ढंग से अर्जित धन के धन का पता लगाने और लोक सेवकों सहित अन्य आरोपी/संदिग्ध व्यक्तियों की किरदार स्थापित करने के साथ-साथ उन तथ्यों का पता लगाने के लिए जो उसके विशेष ज्ञान में हैं.

जुलाई 2021 में ऑरबिंदो ग्रुप के अनुसार आने वाली कंपनियों में से एक ने बैंक खाते से लेनदेन के माध्यम से कुल 14 करोड़ रुपये का भुगतान किया, जिसमें 7 करोड़ रुपये का भुगतान जुलाई 2021 के पहले हफ्ते में किया गया और शेष 7 करोड़ रुपये का भुगतान नवंबर 2021 के मध्य में किया गया. के कविता की हिरासत की मांग करते हुए CBI ने न्यायालय से यह बात कही. आगे यह भी पता चला है कि नवंबर-दिसंबर 2021 में, के कविता ने सरथ चंद्र रेड्डी को उन्हें आवंटित पांच खुदरा क्षेत्रों के लिए पहले तय किए गए प्रति क्षेत्र 5 करोड़ रुपये की रेट से 25 करोड़ रुपये का भुगतान करने के लिए कहा, क्योंकि उन्होंने दावा किया था कि वह उन्होंने उत्पाद शुल्क नीति में अनुकूल प्रावधान प्राप्त करने के लिए आरोपी विजय नायर के माध्यम से हमारी ओर से आम आदमी पार्टी को अग्रिम रकम के रूप में 100 करोड़ रुपये का भुगतान किया था और अपने सहयोगियों अरुण आर पिल्लई और अभिषेक बोइनपल्ली के माध्यम से भी इसे आगे बढ़ाया था.

हालांकि, जब सरथ चंद्र रेड्डी ने मांगे गए पैसे का भुगतान करने में अनिच्छा दिखाई, तो के कविता ने सरथ चंद्र रेड्डी को उत्पाद शुल्क नीति के अनुसार तेलंगाना और दिल्ली में उनके व्यवसाय को हानि पहुंचाने की धमकी दी, रिमांड आवेदन में बोला गया है. केंद्रीय जांच ब्यूरो के अनुसार, सरथ चंद्र रेड्डी ने यह भी बोला है कि जब 31 अगस्त, 2022 को दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति वापस ले ली गई, तो के कविता के सहयोगी आरोपी अरुण आर पिल्लई ने उन्हें मेसर्स इंडोस्पिरिट्स का बकाया भुगतान न करने के लिए कहा. उनके खुदरा क्षेत्रों के लिए, लगभग 60 करोड़ रुपये की राशि और के कविता को उनके द्वारा भुगतान किए गए अग्रिम 100 करोड़ रुपये की वसूली के लिए भुगतान किया जाना था और वह (अरुण आर पिल्लई) राय देंगे कि उस पैसे के साथ कैसे आगे बढ़ना है, हालांकि, इसके बाद दिल्ली एक्साइज पॉलिसी मुद्दे की जांच प्रारम्भ हुई और उसके बाद अरुण आर पिल्लई ने इस संबंध में उनसे संपर्क नहीं किया.

10 अप्रैल (बुधवार) को केंद्रीय जांच ब्यूरो ने दिल्ली की संबंधित न्यायालय को अवगत कराया कि बीआरएस नेता के कविता से उत्पाद शुल्क नीति मुद्दे में 6 अप्रैल को तिहाड़ कारावास में पहले ही पूछताछ की जा चुकी है. 5 अप्रैल, 2024 को, दिल्ली न्यायालय ने आने वाले हफ्ते के किसी भी दिन तिहाड़ कारावास में न्यायिक हिरासत के दौरान के कविता से पूछताछ करने की CBI की याचिका को अनुमति दे दी. के कविता ने बुच्ची बाबू के टेलीफोन से बरामद व्हाट्सएप चैट और भूमि सौदे के दस्तावेजों के बारे में बताया, जिसमें कथित तौर पर आम आदमी पार्टी को घूस के रूप में 100 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था.

राउज़ एवेन्यू न्यायालय ने मंगलवार को हिंदुस्तान देश समिति (बीआरएस) एमएलसी के कविता को 23 अप्रैल, 2024 तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया. उन्हें हाल ही में दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मुद्दे में प्रवर्तन निदेशालय ने अरैस्ट किया था. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित शराब नीति घोटाले के मुद्दे में 15 मार्च, 2024 को तेलंगाना विधान परिषद की एमएलसी के कविता को अरैस्ट किया. 15 मार्च को हैदराबाद में के कविता के आवास पर भी तलाशी ली गई थी. प्रवर्तन निदेशालय ने एक बयान के माध्यम से कहा, तलाशी कार्यवाही के दौरान, प्रवर्तन निदेशालय ऑफिसरों को के कविता के संबंधियों और सहयोगियों द्वारा बाधित किया गया था.

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