मुंबई में मंत्रालय के अंदर किसान एकनाथ शिंदे सरकार के खिलाफ कर रहे प्रदर्शन
मुंबई। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में मंत्रालय के अंदर मंगलवार को किसान एकनाथ शिंदे गवर्नमेंट के विरुद्ध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान अपनी जमीन के लिए मुनासिब मुआवजे की मांग करते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान दौरान कुछ प्रदर्शनकारी किसान इमारत की पहली मंजिल पर लगाए गए सुरक्षात्मक जाल पर कूद गए। पुलिस की कार्रवाई चल रही है।
दरअसल, अप्पर वर्धा बांध प्रभावित क्षेत्र के कई किसान आज राज्य गवर्नमेंट के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन के लिए मंत्रालय पहुंचे। यहां, किसानों ने अपनी ओर ध्यान आकर्षित करते हुए मंत्रालय में लगे सुरक्षा जाल पर कूद गए और नारे लगाकर अपनी असहमति व्यक्त की। किसानों ने गवर्नमेंट पर उनकी मांगों की अनदेखी करने का इल्जाम लगाया है।
#WATCH | Farmers inside the Mantralaya building protesting against the Maharashtra govt demanding proper compensation for their land jump on protective net placed on the first floor of the building in Mumbai; police action underway
State Minister Dadaji Bhuse is speaking with… pic.twitter.com/9Jke4tvVxn
— ANI (@ANI) August 29, 2023
स्थिति को कंट्रोल करने के लिए राज्य मंत्री दादाजी भुसे मंत्रालय के अंदर प्रदर्शनकारी किसानों से बात कर रहे हैं। जबकि मुंबई पुलिस ने कुछ किसानों को हिरासत में लेकर मरीन ड्राइव थाने भेज दिया है।
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने मंत्रालय में किसानों के विरोध प्रदर्शन पर कहा, “मैंने आज किसानों को यहां बुलाया था। उनकी (राज्य मंत्री) दादा भूसे के साथ बैठक हुई है। 15 दिनों में उनकी समस्याओं की समीक्षा कर निवारण निकाला जाएगा।”
“I had called the farmers here today. They have had a meeting with (State minister) Dada Bhuse. A review of their issues will be done in 15 days and a resolution will be found,” Maharashtra सीएम Eknath Shinde on farmers’ protest in Mantralaya today. pic.twitter.com/1qt4vzcv5w
— ANI (@ANI) August 29, 2023
वहीं, एनसीपी नेता रोहित पवार ने कहा, “अगर गवर्नमेंट ने (मंत्रालय में सुरक्षात्मक जाल पर) कूदने से पहले किसानों की आवाज सुनी होती, तो आज ऐसी बात नहीं होती। गवर्नमेंट को सुनना चाहिए बावजूद इसके कि मंत्रालय में इस तरह का विरोध प्रदर्शन करना ठीक नहीं है, किसानों को हो रही समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। महाराष्ट्र में सूखे की स्थिति घातक है।”