हज़ारे : केजरीवाल मेरे साथ काम करते थे, शराब के खिलाफ…
नई दिल्ली: सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने आज शुक्रवार (22 मार्च) को दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के “शराब नीति बनाने” पर नाराजगी व्यक्त की और बोला कि उनकी गिरफ्तारी “उनके अपने कर्मों के कारण हुई है”. हज़ारे ने बोला कि, मैं इस बात से बहुत परेशान हूं कि जो अरविंद केजरीवाल मेरे साथ काम करते थे, शराब के विरुद्ध आवाज उठाते थे, वे अब शराब नीतियां बना रहे हैं. उनकी गिरफ्तारी उनके अपने कर्मों के कारण हुई है. लेकिन वह क्या करेंगे? सत्ता के सामने किसी की नहीं चलती.” गिरफ़्तारी हो चुकी है, अब क़ानून के अनुसार जो होगा वो होगा.”
उल्लेखनीय है कि, अरविंद केजरीवाल 2011 में तत्कालीन कांग्रेस पार्टी गवर्नमेंट के करप्शन के विरुद्ध अन्ना आंदोलन में शामिल हुए थे. उन्होंने प्रसिद्धि हासिल की और 2012 में अपनी स्वयं की सियासी पार्टी बनाई और सीएम पद के लिए चुनाव लड़ा. लेकिन अब केजरीवाल उसी कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन में हैं, जिसके शीर्ष नेता सोनिया गांधी को वो पकड़कर कारावास में डालने की बातें किया करते थे और उन्हें सबसे बड़ी करप्ट कहा करते थे. मजे की बात तो ये भी है कि, कांग्रेस पार्टी ने ही 2022 में शराब घोटाले की कम्पलेन की थी और केजरीवाल का त्याग-पत्र माँगा था, लेकिन आज कांग्रेस पार्टी उनकी गिरफ़्तारी को लोकतंत्र की मर्डर बता रही है . राहुल गांधी उनके परिवार से मिलने जाने वाले हैं .
वहीं दूसरी तरफ, आज एक बड़े घटनाक्रम में, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने उत्पाद शुल्क नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मुद्दे में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा उनकी गिरफ्तारी के विरुद्ध उच्चतम न्यायालय से अपनी याचिका वापस ले ली है. उच्चतम न्यायालय में सुनवाई के दौरान अरविंद केजरीवाल का अगुवाई कर रहे वरिष्ठ वकील और कांग्रेस पार्टी नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने पीठ को सूचित किया कि दिल्ली के सीएम ने याचिका वापस लेने का निर्णय किया है. सिंघवी ने बोला कि वापसी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह केजरीवाल की चल रही रिमांड कार्यवाही के साथ विवाद है.
केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरुद्ध AAP राष्ट्रीय राजधानी में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन कर रही है. कथित करप्शन मुद्दे में गिरफ्तारी के बाद कई विपक्षी नेताओं ने दिल्ली के सीएम और AAP नेता के प्रति एकजुटता व्यक्त की है.