भारत में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के मामले में 6 लोगों के खिलाफ हुआ आरोप पत्र दायर
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने प्रतिबंधित संगठन आईएसआईएस के इशारे पर हिंदुस्तान में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने से संबंधित एक मुद्दे में बृहस्पतिवार को छह लोगों के विरुद्ध इल्जाम पत्र दाखिल किया.
एजेंसी ने आईएसआईएस मॉड्यूल मुद्दे में महाराष्ट्र में विभिन्न छापों के दौरान छह आरोपियों को जुलाई में पकड़ा था. इन आरोपियों में ताबिश सिद्दीकी, जुल्फिकार अली, शरजील शेख, आकिफ अतीक नाचन, जुबैर शेख और अदननली गवर्नमेंट को जुलाई में आईएसआईएस मॉड्यूल मुद्दे में एनआईए द्वारा महाराष्ट्र में कई छापे के दौरान पकड़ा गया था.
विशेष एनआईए न्यायाधीश ए के लाहोटी की न्यायालय में 4000 पृष्ठों का आरोपपत्र दाखिल किया गया, जिसमें 16 संरक्षित गवाह हैं.
एनआईए के अनुसार, आरोपियों के कथित तौर पर इस्लामिक स्टेट के साथ संबंध थे और वे युवाओं को आतंकी संगठन के हिंदुस्तान विरोधी एजेंडे का प्रचार करने के लिए आकर्षित करने की प्रयास कर रहे थे.
इसके साथ ही एजेंसी ने बोला कि आरोपियों ने लोगों के बीच आतंक पैदा करने और हिंदुस्तान की सुरक्षा, धर्मनिरपेक्ष लोकाचार एवं संस्कृति के साथ ही लोकतांत्रिक प्रबंध को खतरे में डालने के इरादे से संगठन की आतंकी गतिविधियों को आगे बढ़ाने की षड्यंत्र रची थी.
एनआईए ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बोला कि आरोपियों के पास से आईएसआईएस द्वारा प्रकाशित वॉयस ऑफ हिंद और वॉयस ऑफ खुरासान जैसी प्रचार पत्रिकाओं के साथ-साथ अन्य आपत्तिजनक सामग्री मिली थी.
विज्ञप्ति में बोला गया है कि इसके अलावा, आरोपी अपने संपर्क में आए लोगों के साथ डीआईवाई (डू इट योरसेल्फ) किट साझा कर रहे थे और अपनी आतंकवादी गतिविधियों के वित्तपोषण के लिए धन जुटा रहे थे.
केंद्रीय एजेंसी ने बोला कि बरामद सामग्री से साफ खुलासा होता है कि आरोपियों के आईएसआईएस के साथ मजबूत संबंध थे.
देश की एकता, अखंडता, सुरक्षा और संप्रभुता को प्रभावित करने के लिए षड्यंत्र के संबंध में गृह मंत्रालय से जानकारी मिलने के बाद एनआईए ने 28 जून, 2023 को सिद्दीकी और अन्य के विरुद्ध मुद्दा दर्ज किया था.