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Lok Sabha Election 2024: राजसमंद सीट से क्यों बढ़ी BJP की टेंशन, जानें वजह

Rajsamand News: साल 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई राजसमंद लोकसभा सीट पर इस बार चौथी बार चुनाव होने जा रहा है राजस्थान में भाजपा के लिए इस लोकसभा को सबसे सुरक्षित सीट माना जाता रहा है क्योंकि इस लोकसभा की 8 विधानसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है अभी इस सीट पर कांग्रेस पार्टी संघर्ष कर रही है

राजसमंद संसदीय सीट परिसीमन के बाद 2009 में अस्तित्व में आई तब से अब तक यहां एक बार कांग्रेस पार्टी और दो बार बीजेपी के प्रत्याशी जीते हैं हालांकि जाति में ये तीनों ही राजपूत हैं इस चुनाव में बीजेपी से महिमा विशेश्वर सिंह और कांग्रेस पार्टी से डाक्टर दामोदर गुर्जर प्रमुख उम्मीदवार हैं राजसमंद लोकसभा क्षेत्र में यूं तो क्षेत्रीय मामले कई है लेकिन यहां पर मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार की बहु का मान रखने की बात कुछ अधिक हावी हैं राजसमंद लोकसभा क्षेत्र में चुनावी लड़ाई पूर्व राजपरिवार और किसानों के बीच मुकाबले का रूप भी लेती जा रही है

बीजेपी अपनी जीत सुनिश्चित मान कर चल रही
सामान्य श्रेणी की इस संसदीय सीट पर भाजपा के चुनावी प्रचार में पूरी तरह से राष्ट्रीय मुद्दों और मोदी फैक्टर को आगे रखा है लेकिन मेवाड़ के राजपरिवार से होने से महिमासिंह के प्रति क्षेत्रीय नागरिकों में खासतौर से राजपूत, रावत, ब्राह्मण वर्ग की गोलबंदी है इस लोकसभा की सभी 8 विधानसभा सीटों पर भाजपा के ही विधायक हैं, जिसके चलते भाजपा अपनी जीत सुनिश्चित मान कर चल रही है तो वहीं कांग्रेस पार्टी इसी को उनको विरुद्ध मामला बना रही है

पहले चरण के मतदान के बाद भाजपा सावधान हो गई
बीजेपी को यहां चुनौती कांग्रेस पार्टी से अधिक पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की निष्क्रियता से मिल रही है बड़े नेताओं के दौरे के बावजूद जमीन स्तर पर कार्यकर्ता शांत है वहीं, लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद भाजपा सावधान हो गई है यही कारण है कि चुनाव प्रचार के बीच प्रदेश के सीएम राजसमंद में कार्यकर्ताओं की बैठक लेने पहुंचे

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