पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर हमारा है, वह अखंड भारत का है हिस्सा :अमित शाह
नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हाल ही में पाक अधिकृत कश्मीर, चुनावी बॉन्ड, वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर अपना पक्ष रखा। उन्होंने एक कार्यक्रम के चलते बोला कि पाक अधिकृत कश्मीर हमारा है। वह अखंड हिंदुस्तान का हिस्सा है। दरअसल, अमित शाह से पूछा गया कि पाक अधिकृत कश्मीर को हम हिंदुस्तान का हिस्सा मानते हैं। वहाँ पर यदि किसी का उत्पीड़न हो रहा हो, या कोई बलोच हो जो वहीं की हालात से परेशान हो। उसका उत्पीड़न हो रहा है…? इस पर अमित शाह ने कहा, “पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर हिंदुस्तान का भाग है तथा इसमें हिंदू-मुस्लिम का प्रश्न पैदा ही नहीं होता। वहाँ जो मुस्लिम हैं वो भी हमारे हैं वहाँ जो हिंदू हैं वो भी हमारे हैं।”
वही अमित शाह ने कहा, वहाँ का मुस्लिम भी हमारा है और हिंदू भी हमारा है। फिर तालियों से सभा गूँज गई। याद दिला दें इससे पहले 2019 में आर्टिकल 370 खत्म करते समय अमित शाह ने बोला था कि पीओके हिंदुस्तान का हिस्सा है तथा इसके लिए हम जान दे देंगे। इसी कार्यक्रम में चुनावी बॉन्ड पर भी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपना पक्ष रखा। साथ ही वन नेशन वन इलेक्शन की महत्वता को भी समझाया। सर्वोच्च कोर्ट के आदेश के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए उन्होंने कहा, “भारतीय राजनीति में काले धन के असर को समाप्त करने के लिए चुनावी बॉण्ड लाए गए। उच्चतम न्यायालय का निर्णय सभी को मानना होगा। मैं उच्चतम न्यायालय के निर्णय पर कोई टिप्पणी नहीं करता। उसका पूरा सम्मान करता हूँ, लेकिन मुझे लगता है कि चुनावी बॉण्ड को पूरी तरह समाप्त करने की बजाय इसमें सुधार किया जाना चाहिए था।”
उन्होंने कहा, “मैं अपनी बात कहना चाहता हूँ। ये फैलाया गया है कि चुनावी बॉन्ड से बीजेपी को लाभ हुआ है…राहुल गाँधी ने तो इसे सबड़े बड़ी उगाही का माध्यम कहा है। पता नहीं, इन्हें कौन ये सब लिखकर देता है। कुल 20,000 करोड़ रुपए के चुनावी बॉण्ड में से भाजपा को तकरीबन 6,000 करोड़ रुपए मिले। बाकी बॉण्ड कहाँ गए? 14000 के बॉन्ड कहाँ गए? तृण मूल काँग्रेस को 1,600 करोड़ रुपए प्राप्त हुए, कॉन्ग्रेस को 1,400 करोड़ रुपए मिले। BRS को 1,200 करोड़ रुपए, बीजद को 775 करोड़ रुपए और द्रमुक को 639 करोड़ रुपए प्राप्त हुए।” अमित शाह ने कहा, “303 सांसद होने के बाद भी हमें 6,000 करोड़ रुपए मिले हैं तथा बाकियों को 242 सांसदों के बावजूद 14,000 करोड़ रुपए मिले हैं। किस बात को लेकर इतना बवाल है? मैं बोल सकता हूँ कि एक बार हिसाब-किताब हो जाने के बाद वे आप सभी का सामना नहीं कर पाएँगे।”
अपना पक्ष बात रखते हुए उन्होंने एक देश एक चुनाव की भी बात की। उन्होंने बोला कि राष्ट्र भर में कई बार चुनाव होने की वजह से इसमें बड़ी मात्रा में धन खर्च होता है। उन्होंने बोला कि सबसे अहम बात यह है कि आदर्श आचार संहिता लागू होने की वजह से गवर्नमेंट की निर्णय लेने की क्षमता पर प्रतिकूल असर पड़ता है तथा विकास कार्य रुक जाते हैं।