राष्ट्रीय

टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा को मिला KISS ह्यूमैनिटेरियन अवॉर्ड

टाटा ग्रुप के मानद चेयरमैन रतन टाटा को सोमवार को प्रतिष्ठित KISS ह्यूमैनिटेरियन अवॉर्ड-2021 से सम्मानित किया गया. उन्हें यह अवॉर्ड सोशल डेवलपमेंट और कॉर्पोरेट लीडरशिप के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए दिया गया है.सोमवार को रतन टाटा के घर पर सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां KIIT-KISS के फाउंडर और कंधमाल लोकसभा सांसद प्रो अच्युत सामंत ने उन्हें यह अवॉर्ड सौंपा.

2021 में की थी अवॉर्ड की घोषणा
इस पुरस्कार की घोषणा 2021 में की गई थी, लेकिन तब COVID महामारी के कारण यह पुरस्कार रतन टाटा प्राप्त करने में असमर्थ थे. अवॉर्ड मिलने के बाद कहा, ‘मैं यह सम्मान पाकर बहुत खुश हूं. यह मेरे जीवन का सबसे जरूरी क्षण है.‘डॉ सामंत ने कहा, ‘रतन टाटा को आज इस पुरस्कार से सम्मानित करना सौभाग्य की बात है. रतन टाटा के सोशल वर्क और लीडरशिप ने मुझे बचपन से ही प्रभावित किया है. मेरे पिता टाटा कंपनी के कर्मचारी थे. तब से मैं उनका सम्मान करता हूं.ह्यूमैनिटेरियन अवॉर्ड KIIT और KISS का सर्वोच्च सम्मान है. जो पूरे विश्व में मानवीय कार्य करने वाले व्यक्तियों और ऑर्गेनाइजेशन को मान्यता देने के लिए डेडीकेटेड है. इसकी आरंभ 2008 में डाक्टर अच्युत सामंता ने की थी.

पद्म विभूषण और पद्म भूषण से हो चुके सम्मानित
अपने करियर के दौरान उन्हें कई अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है. उन्हें हिंदुस्तान के दो सबसे बढ़े नागरिक पुरस्कारों 2008 में पद्म विभूषण और 2000 में पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया है.हाल ही में रतन टाटा को महाराष्ट्र गवर्नमेंट ने राज्य के पहले ‘उद्योग रत्न’ पुरस्कार से सम्मानित किया थे. इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के हाईएस्ट सिविल ऑनर ‘ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया’ अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था.रतन टाटा को 2008 में पद्म विभूषण से सम्मानित करते हुए तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल.रतन टाटा को ऑस्ट्रेलिया के हाईएस्ट सिविल ऑनर ‘ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया’ अवॉर्ड से सम्मानित किया गया.रतन टाटा को महाराष्ट्र का पहला उद्योग रत्न अवॉर्ड सौंपते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी मुख्यमंत्री अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस.

रतन टाटा ने विरासत को नए मुकाम पर पहुंचाया
85 वर्ष के रतन टाटा ने उन्हें सौंपी गई विरासत को एक नए मुकाम पर पहुंचाया है. उन्होंने एअर इण्डिया एयरलाइंस जो 1950 के दशक में टाटा के एंपायर से गवर्नमेंट के पास जा चुकी थी, उसे वापस अपने एंपायर में शामिल किया है. रतन टाटा की लीडरशिप में TCS पब्लिकली ट्रेड कंपनी बनी और टाटा मोटर्स को न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट किया गया.

रतन टाटा के 5 बिजनेस लेसन

1. रिस्क टेकर

  • लक्जरी कार कंपनी जगुआर लैंड रोवर जैसे नए बिजनेस में निवेश करने का जोखिम रतन टाटा ने उठाया. यूरोप की दूसरी बड़ी स्टील कंपनी कोरस का भी अधिग्रहण किया. इस निवेश ने टाटा ग्रुप को कामयाबी के नए मुकाम पर पहुंचाया.
  • टाटा ने वर्ष 2000 में दुनिया के दूसरे सबसे बड़ी चाय मैन्युफैक्चरर टेटली का अधिग्रहण किया गया था. तब यह कंपनी टाटा टी से तीन गुना बड़ी थी. अधिग्रहण के बाद ये दुनिया की सबसे बड़ी चाय कंपनियों में से एक बन गई.

2. डिसीजन मेकर

  • 1990 के दशक में रतन ने पैसेंजर कार बनाने के अपने निर्णय की घोषणा की तो इसकी काफी निंदा हुई थी. अगले कुछ वर्षों में उन्होंने अकेले ही कंपनी का आधुनिकीकरण किया. आज टाटा राष्ट्र की सफलतम कार कंपनियों में शामिल है.
  • 2007 में टाटा ने यूरोप की स्टील कंपनी कोरस के अधिग्रहण का निर्णय लिया. उनकी टीम को बोली जमा करने में एक वर्ष लग गया. तब तक मूल्य बढ़ चुकी थी, लेकिन वह फिर भी इसके साथ आगे बढ़े. इसका कंपनी को लाभ मिला.

3. आइडिएटर

  • एक लाख रुपए में कार लॉन्च करने का आइडिया रतन टाटा का ही था. 2009 में उन्होंने टाटा नैनो लॉन्च की थी. बिक्री के मोर्चे पर फेल होने के बाद 2019 में भले ही इसे बंद कर दिया गया हो, लेकिन टाटा के इस आइडिया की खूब प्रशंसा हुई थी.
  • 1998 में लॉन्च हुई टाटा इंडिका हिंदुस्तान की पहली स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित कार थी. इसे बनाने का आइडिया रतना टाटा का ही था. इसके अतिरिक्त टाटा सफारी, हिंदुस्तान की पहली एसयूवी है जिसे टेल्को (अब, टाटा मोटर्स) ने लॉन्च किया था.

4. लीडर

  • रतन टाटा एक बड़े टीम लीडर हैं क्योंकि वह लोगों को प्रेरित करते हैं. उनका कंपनी के लिए एकदम साफ विजन है. ये कर्मचारियों को इस विजन के लिए काम करने के लिए प्रेरित करता है.
  • कर्मचारियों के बुरे समय में हमेशा उनके साथ रहना उन्हें एक बड़ा लीडर बनाता है. रतन टाटा एक बार पिछले दो वर्ष से अस्वस्थ एक पूर्व कर्मचारी से मिलने के लिए मुंबई से पुणे में फ्रेंड्स सोसाइटी पहुंच गए थे.

5. इनोवेटर

  • रतन टाटा के पास जब टाटा ग्रुप की पूरी जिम्मेदारी थी तब उन्होंने इंडिका से लेकर नैनो जैसी कार हिंदुस्तान को दी. रतन टाटा कहते हैं किसी भी स्टार्टअप का फ्यूचर तभी अच्छा हो सकता है जब उसमें नए इनोवेशन किए गए हो.
  • नए प्रयोग होने से स्टार्टअप की कामयाबी की गारंटी बढ़ जाती है. रतन टाटा ने उन स्टार्टअप में निवेश किया जिसमें अधिक से अधिक इनोवेशन किया गया है. ओला इलेक्ट्रिक, लेंस कार्ट, पेटीएम जैसी कंपनियों में उनका निवेश है

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button