सुरंग से निकले मजदूरों को सरकार देगी एक-एक लाख रुपये के चेक, जानिए क्या कहा ग्रामीणों ने
सिलक्यारा सुरंग से 17वें दिन मंगलवार को निकाले गए 41 श्रमिकों को चिन्यालीसौड़ में बनाए गए हॉस्पिटल में ले जाया गया है, जहां 48 घंटे तक अनेक मजदूर डॉक्टरों की नज़र में रहेंगे. उसके बाद उन्हें उनके परिजनों से मिलने दिया जाएगा. इस बीच, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बोला कि मजदूरों के स्वस्थ होने पर गवर्नमेंट की तरफ से एक-एक लाख रुपये के चेक बतौर आर्थिक सहायता के रूप में दिए जाएंगे.
मुख्यमंत्री ने इस मुश्किल रेस्क्यू ऑपरेशन में 17 दिनों से दिन रात लगी सभी एजेंसियों, कर्मचारियों एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, बीआरओ के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग जानकार अर्नोल्ड डिक्स और उनकी टीम और क्रिस कूपर सभी का धन्यवाद किया. धामी ने बोला कि सिलक्यारा सुरंग में फंसे सभी मजदूरों को गवर्नमेंट एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता देगी. इसके लिए ऑफिसरों को निर्देश दिए गए हैं. इसके अतिरिक्त हॉस्पिटल में उपचार और घर जाने तक की पूरी प्रबंध की जाएगी.
मुख्यमंत्री ने सिलक्यारा में मीडिया से वार्ता करते हुए बोला कि सुरंग में फंसे सभी मजदूरों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. हॉस्पिटल में उपचार पर होने वाला खर्चा गवर्नमेंट उठाएगी. इनके अतिरिक्त परिजनों और मजदूरों के खाने, रहने की भी प्रबंध गवर्नमेंट कर रही है. उन्होंने बोला कि मजदूरों के घर जाने तक का पूरा खर्चा भी गवर्नमेंट गाड़ी करेगी.
धामी ने बोला कि बाबा बौखनाग और देवभूमि के देवी-देवताओं की कृपा से ऑपरेशन सफल हुआ है. इसलिए बौखनाग देवता का सिलक्यारा में भव्य मंदिर बनाया जाएगा. इसके लिए ऑफिसरों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए हैं. सीएम ने बोला कि बाबा बौखनाग के आशीर्वाद से सभी मजदूर सुरक्षित बाहर निकल आए हैं. उन्होंने बोला कि ग्रामीणों ने बाबा बौखनाग के मंदिर बनाने की मांग उठाई है. इस मांग को गवर्नमेंट पूरा करेगी.