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किसी का नाम लिए बिना, नड्डा ने राहुल गांधी का स्पष्ट दिए जवाब

नई दिल्ली: बीजेपी (भाजपा) के सांसद और राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने गुरुवार को कांग्रेस पार्टी नेता राहुल गांधी के हिंदुस्तान गवर्नमेंट के 90 में से महज तीन सचिव अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के होने के दावे की निंदा की लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में स्त्रियों को 33 फीसदी आरक्षण देने वाले 128वें संविधान संशोधन विधेयक पर राज्यसभा में बोलते हुए, जेपी नड्डा ने बोला कि यह बीजेपी ही थी, जिसने राष्ट्र को अपना पहला OBC प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी दिया उन्होंने उच्च सदन से इस विधेयक का सर्वसम्मति से समर्थन करने की भी अपील की

किसी का नाम लिए बिना, नड्डा ने राहुल गांधी का साफ संदर्भ दिया और बोला कि विपक्षी दल ने अपनी गवर्नमेंट के दौरान OBC के बारे में चिंता नहीं की ? उन्होंने बोला कि सेवाओं में OBC आरक्षण 1992 में उच्चतम न्यायालय के कहने के बाद ही लागू किया गया था, उन्होंने बोला कि सचिवों के मौजूदा पैनल के लिए कट-ऑफ 1992 है उन्होंने प्रश्न किया  कि 2004 से 2014 के बीच OBC से कितने सचिव थे ? जब केंद्र में कांग्रेस पार्टी की गवर्नमेंट थी राहुल पर साफ रूप से कटाक्ष करते हुए, नड्डा ने यह भी बोला कि “एक नेता को पहले नेता बनना होगा”, एक ट्यूटर की सहायता लेना पर्याप्त नहीं है

नड्डा ने बोला कि, “वे (कांग्रेस) OBC के बारे में बात करते हैं हमें याद रखना चाहिए कि यह भाजपा-NDA ही थी, जिसने हिंदुस्तान को पहला ओबीसी पीएम (नरेंद्र मोदी) दिया” उन्होंने बोला कि बीजेपी के 303 लोकसभा सांसदों में से 85 OBC से हैं बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बोला कि राष्ट्र में पार्टी के 27 फीसदी विधायक और 40 फीसदी MLC ओबीसी श्रेणी के हैं और आगे बोला कि लोकसभा में कांग्रेस पार्टी पार्टी की कुल ताकत की तुलना में ओबीसी श्रेणी के अधिक सांसद हैं “तीन तलाक” का जिक्र करते हुए, नड्डा ने बोला कि अधिकतर मुसलमान बहुल राष्ट्रों में इस प्रथा का पालन नहीं किया जाता है, लेकिन हिंदुस्तान में यह प्रचलित है क्योंकि विपक्षी दल “अल्पसंख्यक तुष्टिकरण और वोट-बैंक की राजनीति” में लगे हुए हैं

 

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