पचास वर्षों में सिक्किम में सबसे भीषण आपदा,हालात गंभीर
सिक्किम में मंगलवार देर रात बादल फटने के बाद तीस्ता नदी में आयी बाढ़ की वजह से यहां पर हालात गंभीर हैं। लाचेन और लाचुंग इलाकों में पर्यटकों, ड्राइवरों और मोटरसाइकिल चालकों सहित लगभग 3,000 लोग फंसे हुए हैं। वहीं स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट डिपार्टमेंट के अनुसार बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 26 हो गई है। इसके अतिरिक्त बड़ी संख्या में लोग लापता है। राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। यह बाढ़ पिछले पचास सालों में सिक्किम में सबसे भयंकर आपदाओं में से एक है।
केंद्र ने सिक्किम को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया
सिक्किम के हालात देखते हुए केंद्र ने एक अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम (आईएमसीटी) का गठन किया है, जो ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (जीएलओएफ) के कारण हुए हानि का आकलन करेगी। सिक्किम में 4 अक्टूबर को तीस्ता नदी में बाढ़ आने से यहां पर बड़ी तबाही हुयी है। गृह मंत्रालय ने अपने एक बयान में बोला कि पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र गवर्नमेंट सिक्किम के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। इतना ही नहीं केंद्र ने सिक्किम गवर्नमेंट को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है।
लापता इंडियन आर्मी के जवानों की तलाश जारी है
गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य को राहत प्रदान करने में सहायता करने के लिए साल 2023-24 के लिए सिक्किम को राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) के केंद्रीय हिस्से की दोनों किश्तों की अग्रिम राशि 44.80 करोड़ रुपये जारी करने की स्वीकृति दे दी है। इससे प्रभावित लोगों को सहायता मिलेगी। वहीं गुवाहाटी में पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने शुक्रवार को कहा, लापता इंडियन आर्मी के जवानों की तलाश जारी है। वहीं सेना भोजन और चिकित्सा आदि में हेल्प करने में जुटी है।
हेलीकॉप्टर की सहायता से फंसे हुए लोग निकाले जा रहे
उत्तरी सिक्किम में फंसे नागरिकों और पर्यटकों को संचार सुविधाएं प्रदान कर रही है। इस बीच हानि का आकलन करने और सड़क संपर्क की बहाली की योजना के लिए सभी एजेंसियों द्वारा सर्वेक्षण किया जा रहा है। सिक्किम के मुख्य सचिव विजय भूषण पाठक ने बोला कि सेना और वायुसेना के हेलीकॉप्टरों की सहायता से फंसे हुए लोगों को इलाकों से निकाला जा रहा है। साथ ही राज्य गवर्नमेंट ने सिंगतम, रंगपो, डिक्चू और आदर्श गांव में 18 राहत शिविर स्थापित किए हैं जहां सबसे अधिक हानि हुआ है।