मयंक यादव आईपीएल में लगातार अपनी तूफानी गेंदबाजी को लेकर चर्चा में…
नई दिल्ली। मयंक यादव इंडियन प्रीमियर लीग में लगातार अपनी तूफानी गेंदबाजी को लेकर चर्चा में हैं। 4 दिन के भीतर उन्होंने अपना ही मौजूदा सीजन में सबसे तेज गेंद डालने का रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया। 21 वर्ष के मयंक की गति को देखकर कद्दावर भी दंग हैं। कोई उन्हें हिंदुस्तान का अभी तक का सबसे तेज गेंदबाज बता रहा है तो कोई यह कह रहा कि अब वो दिन दूर नहीं जब यह उदीयमान पेसर शोएब अख्तर को रिकॉर्ड ध्वस्त कर दे। क्रिकेट जगत में मयंक की तेज गेंदबाजी को लेकर खूब बातें हो रही हैं। कोई उन्हें आनें वाले टी20 वर्ल्ड कप में देखना चाहता है तो कोई उन्हें लंबी रेस का घोड़ा मान रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मयंक से पहले भी इंडियन प्रीमियर लीग ने हिंदुस्तान को कई तेज गेंदबाज दिए लेकिन वह इंटरनेशनल स्तर पर अपनी छाप नहीं छोड़ सके। ऐसे में युवा मयंक यादव पर भी टीम इण्डिया में शामिल होने को लेकर दबाव नहीं बनाना चाहिए। उन्हें भी अभी स्वच्छंद होकर खेलने देना चाहिए। उमरान मलिक से लेकर वरुण एरोन और नवदीप सैनी उन्हीं खास तेज गेंदबाजों में शामिल हैं जिन्होंने कभी अपनी तेज गेंदबाजी से इंडियन प्रीमियर लीग में रातोंरात स्टार बन गए थे।
जम्मू-कश्मीर के तेज गेंदबाज उमरान मलिक (Umran Malik) ने इंडियन प्रीमियर लीग 2022 में अपनी तेज गेंदबाजी से खूब तबाही मचाई थी। उन्होंने 14 मैचों में कुल 22 विकेट लिए थे। उनका बेस्ट प्रदर्शन 25 रन देकर 5 विकेट रहा। उमरान ने धारदार गेंदबाजी के दम पर शीघ्र ही टीम इण्डिया में स्थान बना ली। उन्होंने उसी वर्ष न्यूजीलैंड दौरे पर 25 नवंबर 2023 को टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा। इसके बाद वनडे में भी उनका डेब्यू हुआ लेकिन वह अपनी लाइन और लेंथ की वजह से टीम से बाहर हो गए। आज आलम यह है कि इंडियन प्रीमियर लीग टीम सनराइजर्स हैदराबाद भी अपनी प्लेइंग इलेवन में उन्हें स्थान नहीं दे रही है। इंडियन प्रीमियर लीग 2023 में उन्होंने 7 मैच में 5 विकेट लिए। इस दौरान उनका एवरेज और इकोनोमी बहुत खराब रहा जिसके बाद प्लेइंग इलेवन से उनकी छुट्टी हो गई। वह इंडियन प्रीमियर लीग में 157 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद डाल चुके हैं।
वरुण एरोन भी आए और गए
वरुण एरोन (Varun Aaron) ने भी घरेलू स्तर पर 150 किलोमीटर से अधिक की रफ्तार से गेंद फेंककर सनसनी मचाई थी। झारखंड की ओर से खेलने वाले एरोन ने वर्ष 2010 में विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में गुजरात के विरुद्ध 153 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद डाली थी। इसके बाद 22 नवंबर 20211 को उन्हें टीम इण्डिया के लिए वनडे में डेब्यू किया। इंग्लैंड के विरुद्ध लिमटेड ओवर्स की क्रिकेट में डेब्यू के बाद उन्हें उसी वर्ष टेस्ट में भी विंडीज के विरुद्ध डेब्यू का मौका मिला लेकिन बाद में चोट की वजह से वह टीम से अंदर बाहर होते रहे। चोट की वजह से उनका करियर बर्बाद हो गया। एरोन ने हाल में इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा की। वरुण एरोन ने 9 टेस्ट और 9 वनडे मै खेले।
नवदीप सैनी ने फेंकी थी 152.85 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद
रॉयल चैलेंजर्स (Navdeep Saini) बैंगलोर की ओर से खेलते हुए नवदीप सैनी ने इंडियन प्रीमियर लीग 2019 में अपनी तेज गेंदबाजी से रातोंरात सुर्खियां बटोरी। उन्होंने मुंबई इंडियंस के विरुद्ध 152.85 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर सभी को दंग कर दिया। सैनी की यह डिलीवरी उस समय टूर्नामेंट में किसी भारतीय पेसर की सबसे तेज गेंद आंकी गई। इंडियन प्रीमियर लीग में बहुत बढ़िया प्रदर्शन के दम पर उन्होंने उसी वर्ष टीम इण्डिया की ओर से वनडे में डेब्यू भी किया। 2 वनडे, 8 टेस्ट और 11 टी20 इंटरनेशनल मैच खेल चुके नवदीप सैनी इस समय इंडियन प्रीमियर लीग फ्रेंचाइजी राजस्थान रॉयल्स का हिस्सा हैं। हालांकि उन्हें प्लेइंग इलेवन में स्थान नहीं मिल पा रही है। चोट की वजह से नवदीप का अधिक समय जाया हुआ। टीम इण्डिया में उनकी वापसी कठिन है।