वीरेंद्र सहवाग : सैमसन की कप्तानी को कम नहीं आंकना चाहिए, लेकिन…
Sanju Samson लंबे समय से राजस्थान रॉयल्स की कप्तानी कर रहे हैं. राजस्थान रॉयल्स फ्रेंचाइजी टीम ने जिस तर से सैमसन पर भरोसा दिखाया है, उसका उन्हें लाभ भी मिलता नजर आ रहा है. सैमसन की कप्तानी में राजस्थान रॉयल्स ने प्लेऑफ मैच खेले हैं, फाइनल मैच खेला है, लेकिन अभी तक इंडियन प्रीमियर लीग का खिताब नहीं जीता है. टीम इण्डिया के पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने बोला कि सैमसन की कप्तानी को कम नहीं आंकना चाहिए, लेकिन उन्होंने साथ ही बोला कि जब सैमसन एक बार अपनी कप्तानी आईपीएल ट्रॉफी जीत लेंगे, तो कप्तान के तौर पर उनकी अधिक बात होने लगेगी. राजस्थान रॉयल्स ने 22 अप्रैल को मुंबई इंडियंस को 9 विकेट से हराया, कप्तान सैमसन 38 रन बनाकर नॉटआउट लौटे. राजस्थान रॉयल्स वर्सेस मुंबई इंडियंस मैच के बाद मीडिया पर चर्चा के दौरान मनोज और वीरेंद्र सहवाग ने मिलकर सैमसन की कप्तानी के बारे में चर्चा की.
मनोज तिवारी ने कहा, ‘संजू सैमसन अभी लय में लग रहे हैं, ऐसा नहीं लग रहा है कि कोई भी गेंदबाज इनको अच्छी गेंद पर आउट कर देंगे. यदि ये आउट होंगे, तो अपनी गलती पर आउट होंगे. मैच्योरिटी दिखाई है, लास्ट में जब दो रन बचे थे, तिलक वर्मा गेंद डाल रहे थे, तो इन्होंने मारकर समाप्त नहीं किया, एक रन देकर यशस्वी को विनिंग रन बनाने का मौका दिया. इससे समझ आता है कि कप्तानी से इनको बैटिंग में भी सहायता मिल रही है.‘
वहीं वीरेंद्र सहवाग ने कहा, ‘एक कप्तान के तौर पर वह अच्छा कर रहे हैं, वो प्लेऑफ भी खेले हैं, फाइनल भी खेले हैं. तो उसमें कोई संदेह नहीं है, लेकिन वो जो पड़ाव है ना ट्रॉफी उठाने का, वो पार नहीं हुआ है, जिस दिन वो पार हो गया, कि वो ट्रॉफी उठाएंगे, तो उस दिन कप्तान के तौर पर उनकी अधिक चर्चा होगी. अभी वो होती नहीं है, मुझे नहीं लगता कि संजू सैमसन की कप्तानी को कम आंकना चाहिए. और कप्तान उतना ही अच्छा होता है, जितनी अच्छी टीम होती है. जो गुजरात टाइटन्स ने पहले वर्ष किया था, कि भिन्न-भिन्न बंदे हाथ खड़ा कर टीम को जिता रहे थे. राजस्थान रॉयल्स इस बार वो कर रहा है. भिन्न-भिन्न लोग मैच जिता रहे हैं.‘