स्पोर्ट्स

IPL के हर मुकाबले में लगते हैं हजारों करोड़ रुपये

बिज़नस न्यूज़ डेस्क,  BCCI के लिए भारतीय प्रीमियर लीग (IPL) पैसा छापने की मशीन है. पाक अपनी फ्रेंचाइजी क्रिकेट लीग पाक सुपर लीग (PSL) के एक सीजन में ब्रॉडकास्टिंग राइट्स से जितना कमाता है, उतना आईपीएल के केवल एक मैच की कमाई है.पिछले वर्ष आईपीएल की ब्रांड वैल्यू 88 हजार करोड़ रुपये आंकी गई थी. वहीं, इसके बाद की कैरेबियन प्रीमियर लीग, बिग बैश और पाक सुपर लीग जैसी 10 फ्रेंचाइजी क्रिकेट की कुल वैल्यू मिलाकर 20 हजार करोड़ रुपये तक ही पहुंचती है. मतलब कि बाकी सभी फ्रेंचाइजी क्रिकेट को मिलाने के बाद भी आईपीएल की वैल्यू उनसे चार गुना से अधिक होती है.

ऐसे प्रश्न उठता है कि इंडियन प्रीमियर लीग के एक मैच जब सैकड़ों करोड़ रुपये दांव पर लगे होते हैं, तो उन पैसों की गारंटी कैसे मिलती है. मान लीजिए कि बारिश या किसी अन्य परेशानी के चलते मैच रद्द हो जाता है. या फिर करोड़ों रुपये में खरीदे गए खिलाड़ी को चोट लग जाती है, तो इस आर्थिक हानि की भरपाई कैसे होगी?

इसका उत्तर वही है, जो हम और आप अपने परिवार के आर्थिक भविष्य को सुरक्षित करने के लिए करते हैं, इंश्योरेंस. इंडियन प्रीमियर लीग 2024 में खिलाड़ियों से जुड़े कवर के लिए इंश्योरेंस प्रीमियम में पिछले वर्ष के मुकाबले 20-25 फीसदी की वृद्धि हुई है. ‘इंडियन पैसा लीग’ के मौजूदा सीजन वित्तीय जोखिम तकरीबन 10,000 हजार करोड़ रुपये होने का अनुमान है.

क्यों पड़ती है इंश्योरेंस की जरूरत
कई बार खराब मौसम के चलते मैच रद्द होते हैं. वहीं, कभी-कभार दर्शकों के खराब रवैये के चलते मैच रोकना पड़ता है. यदि कोई बड़ा नागरिक आंदोलन हो गया, तो भी मैच पर असर पड़ता है. कहने का मतलब कि यदि किसी भी असामान्य वजह से मैच रुकता है, तो या फिर रद्द होता है, तो वित्तीय हानि की भरपाई के लिए इंश्योरेंस कवर लिया जाता है.

Related Articles

Back to top button