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पंजाब किंग्स की गुजरात जायंट्स पर रोमांचक जीत से टीम का बढ़ा मनोबल

अहमदाबाद . पंजाब किंग्स की गुरुवार को गुजरात जायंट्स पर रोमांचक जीत से न सिर्फ़ टीम का आत्मशक्ति बढ़ा है, बल्कि उसकी दो उभरती प्रतिभाओं शशांक सिंह और आशुतोष शर्मा की क्षमता का भी क्रिकेट जगत को नजारा देखने को मिला.

शशांक ने 29 गेंदों में नाबाद 61 रन बनाए, जबकि आशुतोष ने 17 गेंदों में 31 रनों का सहयोग दिया, दोनों बल्लेबाजों के बीच 22 गेंदों में 43 रनों की साझेदारी हुई जिससे पंजाब ने 200 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा सफलतापूर्वक किया.

32 वर्षीय बैटिंग ऑलराउंडर शशांक ने मैच के बाद कहा, “मैंने ऐसे क्षणों की कल्पना की थी लेकिन इसे हकीकत में बदलकर मैं बहुत खुश हूं और मुझे स्वयं पर गर्व है. मैं क्रिकेटिंग शॉट्स अधिक खेलता हूं. मेरे कोचों ने मुझसे बोला कि मुझे पहले गेंद को समझना होगा और योग्यता के आधार पर खेलना होगा.

शशांक ने अपने करियर में 58 घरेलू टी20 खेले हैं और उनका हड़ताल दर 137.34 का है, जबकि वह राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ के लिए खेलते हैं. उन्होंने पहले दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स), सनराइजर्स हैदराबाद और राजस्थान रॉयल्स के लिए भी खेला है.

इस बीच, इस वर्ष पंजाब किंग्स में शामिल हुए आशुतोष मैच के दौरान इम्पैक्ट विकल्प के रूप में सामने आए और इंडियन प्रीमियर लीग डेब्यू पर फ्रेंचाइजी द्वारा उन पर दिखाए गए विश्वास को ठीक साबित किया.

मैच के बाद आशुतोष ने लगातार समर्थन के लिए पंजाब फ्रेंचाइजी का आभार व्यक्त किया.

उन्होंने कहा, “मुझ पर विश्वास करने के लिए मैं टीम को धन्यवाद देना चाहता हूं. डेब्यू मैच में अच्छा प्रदर्शन करना बहुत बढ़िया है, लेकिन पर्सनल प्रदर्शन अधिक अर्थ रखता है कि हमारी टीम जीती और मैं इस जीत में सहयोग देने में सक्षम था.

मध्य प्रदेश के रतलाम शहर का रहने वाला 25 वर्षीय खिलाड़ी अपने क्रिकेट कौशल को निखारने के लिए 10 वर्ष की उम्र में इंदौर चला गया. सीमित संसाधनों के बावजूद, आशुतोष ने अपने दम पर सब कुछ प्रबंधित करना सीखा और गुजारा करने के लिए बॉल बॉय और अंपायर के रूप में काम किया.

एक जरूरी क्रिकेट कदम में, दाएं हाथ का बल्लेबाज 2022 में रेलवे में चला गया, और पिछले वर्ष सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 11 गेंदों में 50 रनों की बहुत बढ़िया पारी खेलकर युवराज सिंह का रिकॉर्ड तोड़कर खूब सुर्खियां बटोरी.

आशुतोष ने उनमें आत्मविश्वास जगाने के लिए पीबीकेएस के कप्तान शिखर धवन और क्रिकेट विकास प्रमुख संजय बांगड़ को भी श्रेय दिया.

पंजाब स्थित फ्रेंचाइजी ने अपनी स्थापना के बाद से कई युवा प्रतिभाओं की पहचान की है. हाल के सालों में, अर्शदीप सिंह, प्रभसिमरन सिंह और हरप्रीत बराड़ जैसे खिलाड़ियों को भी 2019 में जमीनी स्तर पर आशीष तुली द्वारा चुना गया था, जो पिछले 15 सालों से टीम के साथ जुड़े हुए हैं और उस समय पंजाब किंग्स के प्रतिभा पहचान और विश्लेषक प्रमुख थे.

 

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