अग्निवीर भर्ती के लिए दौड़ते समय इन बातों का रखें ध्यान
फीरोजाबाद समेत राष्ट्र के युवाओं में इन दिनों अग्निवीर एवं पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए खासा जोश देखने को मिल रहा है। कड़कड़ाती ठंड में भी युवा फिजिकल की तैयारी में जुटे हुए है। सुबह 5 बजे से ही युवा फिजिकल की तैयारी के लिए दौड़ते और पुश अप्स लगाते हुए नजर आ जाएंगे। हालांकि दौडऩे के कुछ नियम होते हैं, जिनका फॉलो करना महत्वपूर्ण है। हर आदमी की शारीरिक क्षमता, बॉडी टाइप और जरूरतें अलग होती हैं, इसी के हिसाब से दौड़ने के नियम तय होते हैं | दौड़ते समय बातों का ध्यान रखना होगा ताकि भर्ती की तैयारी करते समय उनकी हेल्थ अच्छी रहे और हार्ट अटैक जैसी रोंगों का खतरा भी नहीं हो। इसके लिए फिरोजाबाद के हार्ट जानकार ने कुछ बातों का ध्यान रखने के लिए टिप्स दिए हैं।
फिरोजाबाद के दिल बीमारी जानकार डाक्टर मनोज कुमार ने कहा कि अग्निवीर में भर्ती होने के लिए जो नवयुवक तैयारी करते हैं वैसे तो शारीरिक रूप से फिट होते है लेकिन कभी-कभी फास्ट फूड या अधिक ऑयली खाने से अंदर ही अंदर रोग जन्म ले लेती है। वहीं कुछ युवाओं में बचपन में भी कभी कोई रोग रही है तो वह फिर से बाहर आ सकती है। ऐसे में स्वयं को फिट रखना बहुत महत्वपूर्ण है।
क्या है कॉन्जेनिटल हार्ट डिजीज?
डॉ। मनोज कुमार ने कहा कि कुछ युवाओं में कॉन्जेनिटल हार्ट डिजीज होता तो कुछ में वाल्व की प्रॉब्लम होती है। आसाना भाषा में समझें तो जन्म के दौरान जब बच्चे का दिल सामान्य से अलग होता है, तो उसे कॉन्जेनिटल हार्ट डिजीज बोला जाता है। हालांकि, इस रोग के लक्षण सामान्य तौर पर बड़े होने पर ही दिखाई देते हैं। ऐसे बच्चे अपना बहुत ख्याल रखें और धीरे-धीरे तैयारी करते हुए अग्निवीर के लिए लागू करें। अग्निवीर की भर्ती में एक साथ बहुत बच्चे दौड़ते हैं तो आगे निकलने की होड़ में उनमें तनाव आ जाता है। ऐसे में उनकी पुरानी रोग उभार मार जाती है।
अपनी बॉडी के तापमान को रखें नियंत्रित
डॉ। मनोज कुमार ने कहा कि कि अग्निवीर भर्ती में युवा भीड़ के साथ दौड़ते हैं। ऐसे में उन पर अधिक तनाव होता है और शरीर की पुरानी रोग उभार मार जाती है जिससे हार्ट अटैक जैसी रोग बन जाती है। अग्निवीर की तैयारी करने वाले युवा अपने बॉडी तापमान को नियंत्रित रखें और एक फ्रूट्स का सेवन करें। इसके अतिरिक्त पानी भी अधिक मात्रा में पीना चाहिए।
इन बातों का रखें विशेष ध्यान
1. दौड़ने से पहले वॉर्म-अप करें, जिससे दौडते समय किसी तरह की इंजुरी होने की आसार न रहे। 10-15 मिनट की वॉक से ही बॉडी सक्रिय हो जाती है।
2. दौड़ने के लिए छोटे-छोटे कदम ठीक रहते हैं। पहले दिन से ही अधिक गति में दौड़ना ठीक नहीं हैं।
3. छोटे-छोटे लक्ष्य बनाएं। जैसे, पहले दिन तीन से पांच मिनट ही दौडें। इस नियम को एक सप्ताह तक जारी रखें। अगले हफ्ते 7 मिनट, फिर 10 मिनट मतलब धीरे-धीरे ही रनिंग टाइम बढाएं
4.दौड़ते हुए मुंह बंद रखें, नाक से सांस लें। मुंह खुलने से गला सूखेगा और थकान शीघ्र महसूस होगी।
दौड़ते हुए कभी बीच में पानी न पिएं, कोई भी सॉफ्ट या एनर्जी ड्रिंक्स न लें।
5. स्टेमिना बढ़ाने के लिए गलती से भी भर्ती परीक्षा के दबाव में कोई इंजेक्शन या कोई दवा नहीं लें।