अलीगढ़ रैली में अखिलेश यादव ने भाजपा पर लगाए ये गंभीर आरोप
लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण से पहले अलीगढ़ में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। उन्होंने बीजेपी पर अपराधियों और करप्ट व्यक्तियों को शरण देने का इल्जाम लगाते हुए तीखा धावा बोला. यादव ने किसानों और युवाओं के कल्याण की उपेक्षा के लिए बीजेपी की निंदा की और दावा किया कि बीजेपी की नीतियों से उनका एक तिहाई जीवन बर्बाद हो गया है. उन्होंने बीजेपी पर करप्शन और छल की संस्कृति को बढ़ावा देने का इल्जाम लगाते हुए बोला कि दिल्ली-लखनऊ की जनता का सत्तारूढ़ गवर्नमेंट से मोहभंग हो गया है.
रैली के दौरान, यादव ने दावा किया कि बीजेपी गवर्नमेंट ने पहले ही प्रश्न पत्र लीक करके परीक्षाओं की शुचिता से समझौता किया है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि बीजेपी सत्ता में रही तो पुलिस की नौकरियां अस्थायी होंगी और कार्यकाल घटाकर तीन वर्ष कर दिया जाएगा. यादव ने हिंदुस्तान गठबंधन की योजना की भी घोषणा की और अपनी पार्टी के सत्ता में आने पर निःशुल्क डेटा और आटा देने का वादा किया. इसके अतिरिक्त, उन्होंने किसानों का कर्ज माफ करने और कृषि उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सुनिश्चित करने का संकल्प लिया.
हाल के चुनावी रुझानों का जिक्र करते हुए यादव ने कहा, ‘पश्चिम से जो हवा चली है, पश्चिम के लोगों ने जो वोट किया है, उसने बता दिया है कि इस बार भाजपा का सफाया होने वाला है।‘ उन्होंने अलीगढ़ के लोगों से बीजेपी के विरुद्ध एकजुट होने और उनके एजेंडे को विफल करने का आग्रह किया. यादव ने वादे के अनुसार किसानों की आय दोगुनी करने में विफल रहने के लिए गवर्नमेंट की निंदा की, आंकड़ों का हवाला देते हुए बोला कि बीजेपी के सत्ता में आने के बाद से किसानों को वित्तीय संकट में वृद्धि का सामना करना पड़ा है. उन्होंने किसानों की खुदकुशी के मामले पर प्रकाश डाला और गवर्नमेंट से ज़िम्मेदारी की मांग की.