इस लाइब्रेरी में नि:शुल्क कर सकते है यूपीएससी और पीसीएस एग्जाम की तैयारी
गाज़ियाबाद। पढ़ाई और खासतौर से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी यानि बहुत खर्चा। हर किसी के वश की बात नहीं कि वो कोचिंग का खर्च उठा सकें। ऐसे में गाजियाबाद में एक बहुत सराहनीय पहल की गयी है। यहां एक सार्वजनिक लाइब्रेरी खोली गयी है। जहां बहुत कम फीस चुका कर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की जा सकती है। लाइब्रेरी में अनेक सुविधाएं हैं।
बदलते वक़्त के साथ शिक्षा काफी महंगी हो गयी है। यदि आप अपनी पढ़ाई के लिए लाइब्रेरी की सहायता लेना चाहते हैं तो उसकी मेंबरशिप भी बजट से बाहर हो जाती है। कई बार पैसे देने के बावजूद लाइब्रेरी की मेंटेनेंस और सुविधाएं या फिर यूं कह लीजिए कि पढ़ने का सकारात्मक माहौल नहीं मिल पाता। किसी भी सरकारी एग्जाम को क्रैक करने के लिए सेल्फ स्टडी का काफी जरूरी रोल है। ऐसे में एक अच्छी लाइब्रेरी का होना काफी महत्वपूर्ण है। यदि आप कम बजट में एक अच्छी लाइब्रेरी ढूंढ रहे हैं तो यह समाचार आपके लिए है।
लाइब्रेरी में सारी सुविधाएं
गाजियाबाद के नेहरू नगर स्थित हरिश्चंद्र त्यागी सार्वजनिक पुस्तकालय में बच्चों को पढ़ाई के लिए बड़े कमरे, शांत माहौल, कोर्स से जुड़ी हुई सभी किताबें, ठंडा पानी, सेफ्टी लॉकर आदि सभी सुविधाएं मौजूद हैं। वो भी काफी कम मूल्य पर। इस लाइब्रेरी की खास बात यह है कि यहां से कई बच्चे सरकारी एग्जाम क्रैक कर चुके हैं। लाइब्रेरी के बारे में अधिक जानकारी के लिए हमारी टीम ने पुस्तकालय अध्यक्ष से बात की।
सफलता के 25 साल
पुस्तकालय के अध्यक्ष कपिल सक्सेना ने कहा साल 1998 में गांधी नगर के छोटे से पार्क में इस पुस्तकालय की स्थापना की गई थी। अब इसे 25 साल पूरे हो चुके हैं। इस पुस्तकालय की स्थापना एक कमरे में की गई थी और आज ये दो फ्लोर में फैल चुका है। लड़कों के लिए चार कमरे अलग हैं एक कमरा लड़कियों के लिए अलग है। पुस्तकालय सातों दिन खुला रहता है। इसके खुलने का समय सुबह 9:00 बजे से शाम 6:00 तक है। इसके अतिरिक्त एक कमरा रात के 9:00 बजे तक खुला रहता है जिसमें सिविल सेवा परीक्षा देने वाले विद्यार्थी पढ़ते हैं।
सिर्फ 300 रुपए फीस
इस पुस्तकालय में बुलंदशहर, हापुड़, पिलखवा, मोदीनगर के बच्चे पढ़ने आते हैं। पुस्तकालय में विद्यार्थी यूपीएससी सहित कई प्रतियोगी परीक्षाओं के एंट्रेंस की तैयारी करते हैं। पुस्तकालय में कुल 300 रुपए वार्षिक मेंबरशिप है।सीनियर सिटीजन के लिए ये केवल 200 रुपए है। पुस्तकालय में रोज 300 से 350 बच्चे आते हैं जो सुबह से शाम तक पढ़ते हैं। इस लाइब्रेरी में अभी 52, 1585 किताबें रजिस्टर्ड हैं। उसके अतिरिक्त डोनेटेड पुस्तक अलग हैं। यहां हर तरह की किताबें मौजूद हैं। जिसमें बाल कथाओं से लेकर मेडिकल की पढ़ाई तक सारी किताबें शामिल हैं। यदि कोई बच्चा गरीब है जो 300 रुपए भी नहीं दे सकता है तो उसे मुफ़्त पढ़ने की अनुमति दे दी जाती है।
यूपीएससी के लिए अलग कमरा
लाइब्रेरी में बहुत से युवा यूपीएससी की तैयारी के लिए आते हैं। उनके लिए यहां एक अलग से कमरा बना रखा है। उसमें केवल यूपीएससी के स्टूडेंट ही बैठकर तैयारी करते हैं। यहां पढ़ने आए बच्चे एडवोकेट, तहसीलदार, रेलवे हर डिपार्टमेंट में सेलेक्ट हो चुके हैं।
सफल विद्यार्थी करते हैं दूसरों का मार्गदर्शन
यहां पढ़ने आ रहे एक विद्यार्थी कुशाल सिंह शाहपुर बम्हेटा में रहते है। वो दो-तीन वर्ष से यहां पढ़ने आ रहे हैं। उन्होंने एसएससी सीएचएसएल परीक्षा पास की। कुशाल बताते हैं यहां पर सीनियर्स का काफी अच्छा एटमॉस्फेयर मिलता है। यदि आप कोई प्रश्न सॉल्व नहीं कर पा रहे हैं तो सीनियर और सफल विद्यार्थी हमारी सहायता करते हैं। एक अन्य विद्यार्थी प्रसाद चौधरी ने कहा यहां पढ़ने के लिए काफी अच्छा माहौल है। कोई भी स्टूडेंट एक दूसरे को डिस्टर्ब नहीं करता। प्रसाद ने रेलवे का एक्जाम क्रैक किया और अभी स्टेशन मास्टर के पद पर तैनात है। वो बच्चों को मार्गदर्शन देने के लिए छुट्टी वाले दिन आते हैं।