क्रिप्टो करंसी ट्रेडिंग के नाम पर शातिरों ने ऐसे ठगे 46 लाख
कानपुर में क्रिप्टो करंसी में ट्रेडिंग के जरिए अधिक फायदा का झांसा देकर एक स्त्री से साइबर ठगों ने 45.86 लाख रुपये ठग लिए. भिन्न-भिन्न खातों में उनसे पैसा जमा कराया गया. पीड़िता ने जब पैसा निकालने का कोशिश किया तो एप ने काम करना बंद कर दिया. पीड़िता ने साइबर थाना में अज्ञात के विरुद्ध फर्जीवाड़ा और आईटी एक्ट की धारा में एफआईआर दर्ज कराई है.
वैष्णवी विहार एलआईजी निवासी चंचल पाण्डेय के अनुसार 10 फरवरी को उन्हें व्हाट्स एप पर मैसेज मिला था जिसमें क्रिप्टो करंसी में निवेश करने और अत्याधिक फायदा देने के बारे में जानकारी दी गई. उसके बाद उन्हें एक व्हाट्स एप ग्रुप से जोड़ा गया. वहां पर निवेश के बारे में जानकारियां साझा की गई. फिर एक लिंक के जरिए क्रिप्टो करंसी के फर्जी एप डाउनलोड करा उसमें खाता बनवा दिया गया और निवेश कराना प्रारम्भ किया गया. उसी एप के वॉलेट में मुनाफे की धनराशि दिखने लगी. पीड़िता के अनुसार 10 फरवरी से 12 मार्च के बीच भिन्न-भिन्न खातों में निवेश के नाम पर उनसे 45.86 लाख रुपये वसूल लिए गए.
करंट एकाउंट में मंगाया गया पैसा चंचल से जो भी निवेश कराया गया वह सारे पैसे ज्यादातर करेंट खाते थे. साइबर पुलिस के अनुसार इन सभी खातों को फ्रीज कराने के लिए पत्राचार किया गया है. साइबर थाना प्रभारी हरमीत सिंह ने कहा कि पैसा वापस मंगाने के कोशिश जारी हैं. आरोपितों को भी पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है.
मैनेजर से 1.35 लाख की टप्पेबाजी
हनुमंत विहार निवासी आईसीआईसीआई बैंक में मैनेजर रहीं स्त्री को साइबर ठगों ने घर बैठे पैसा कमाने का झांसा देकर चपत लगा दी. साइबर सेल में कम्पलेन के बाद हनुमंत विहार पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज कराई. पारुल सिंह ने आईसीआईसीआई बैंक की नोएडा ब्रांच में मैनेजर रही हैं. कहा कि 8 अप्रैल को व्हाट्सएप पर औनलाइन रिव्यू कर पैसे कमाने का मैसेज आया. टास्क बढ़ने के नाम पर टेलीग्राम एप में बने ग्रुप में जोड़ा. शातिरों ने 1.35 लाख चार बार में ले लिए.