जल निगम के ठेके के सफाईकर्मी की जहरीली गैस के कारण हुई मौत
मौके पर पहुंचे संविदाकर्मियों ने कहा कि उनके साथी को ठेकेदार ने मैनहोल के चेंबर में उतारा था. अंदर जहरीली गैस थी, इसकी किसी को जानकारी नहीं थी. हादसे के बाद ठेकेदार मौके से भाग निकला. उधर, सफाईकर्मी की मृत्यु की जानकारी पाकर उसके परिजन मंडलीय अस्पताल पहुंचे. सभी मुआवजे की मांग करने लगे. पुलिस ने नियमानुसार कार्रवाई का आश्वासन दिया.
राजघाट तिराहे के नजदीक मैनहोल चोक हो गया था. उसकी सफाई के लिए सफाईकर्मियों के साथ ठेकेदार मौके पर पहुंचा था. मैनहोल का ढक्कन खोलने के बाद मच्छोदरी निवासी घूरेलाल (50) रस्सी के सहारे लगभग 15 फीट नीचे उतरा. लगभग 10 से 12 मिनट बाद अंदर से कोई आवाज नहीं आने पर बाहर खड़ा घूरेलाल का साथी मैनहोल में अंदर उतरा तो उसका दम घुटने लगा और वह शोर मचाते हुए बाहर निकल आया. इसके साथ ही मौके से अन्य सफाईकर्मी और ठेकेदार खिसक लिए.
स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस पहुंची और एनडीआरएफ के जवानों को बुलाया गया. एनडीआरएफ के जवान ऑक्सीजन सिलिंडर के साथ मैनहोल में उतरे और लगभग आधा घंटे की मशक्कत के बाद घूरेलाल को बाहर निकाला गया. मंडलीय हॉस्पिटल ले जाए जाने पर घूरेलाल को मृत घोषित कर दिया गया. इस संबंध में आदमपुर इंस्पेक्टर वीरेंद्र सोनकर ने कहा कि पुलिस पहुंची तो मौके पर कोई नहीं था. मृतशरीर को मैनहोल से बाहर निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है.