धमकी के मामले में स्वामी वासुदेवानंद के शिष्य का बयान, कहा…
स्वामी वासुदेवानंद जी महाराज के शिष्य को टेलीफोन पर जान से मारने की धमकी देने के मुद्दे में पुलिस ने बयान दर्ज किया है. जिस नंबर से कॉल कर धमकी दी गई थी उसे सर्विलांस में लगाया है. हालांकि वह नंबर लगातार बंद चल रहा है. सोमवार को दारागंज पुलिस स्टेशन की पुलिस ने वादी का बयान दर्ज कर कॉल रिकॉर्डिंग आदि ली. दारागंज के अलोपीबाग आश्रम में रहने वाले जितेन्द्र तिवारी उर्फ जितेन्द्रानन्द ने जान से मारने की धमकी देने का मुद्दा दर्ज कराया है. जितेंद्र तिवारी ने पुलिस को कहा कि उन्हें टेलीफोन पर जान से मारने की धमकी, गाली-गलौज एवं अभ्रद भाषा का प्रयोग किया गया.
जितेंद्र तिवारी स्वामी वासुदेवानंद जी महाराज के शिष्य हैं. वासुदेवानंद जी महाराज श्रीराम जन्मभूमि कमेटी के वरिष्ठ सदस्य हैं. जितेन्द्रानन्द पिछले दस सालों से स्वामी वासुदेवानंद जी महाराज के आदेश से शिवजी विराजमान मठ और श्रीस्वामी गोविन्पुरी इंटर कालेज फतेहपुर का काम काज देख रहे हैं. साथ ही मौनी बाबा कुटी आदमपुरघाट फतेहपुर और शिवजी विराजमान मठ धनपालपुर सरैनी जनपद रायबरेली के प्रबंधक हैं.
आश्रम से जुड़े केसों की पैरवी करते हैं
स्वामी वासुदेवानंद जी महाराज के शिष्य जितेंद्र तिवारी आश्रम से जुड़े मुकदमें में रायबरेली, फतेहपुर और प्रयागराज में चल रहे केसों की पैरवी कर रहे हैं. कोर्ट में चल रहे हैं मुकदमों की पैरवी के लिए वह आते जाते हैं. ऐसे में उनकी जान को खतरा बना रहता है. जितेंद्र तिवारी का इल्जाम है कि कुछ आपराधिक एवं अराजकतत्व आश्रम की संपत्तियों को लेकर रंजिश रखते हैं. उनके मोबाइल पर अज्ञात नंबर से कॉल आई. कॉल उठाते ही जान से मारने की धमकी देते हुए अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया गया. इल्जाम है कि पूर्व में भी उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा चुकी है.
स्पीड पोस्ट से भी पत्र के माध्यम से उन्हें धमकी दी जा चुकी है. दारागंज इंस्पेक्ट तुषार त्यागी का बोलना है कि एफआईआर दर्ज कर सर्विलांस की सहायता से जांच की जा रही है.