उत्तर प्रदेश

मायावती के निशाने पर NDA की जगह ‘INDIA’

बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को आरक्षण का मामला उठाते हुए इल्जाम लगाया कि अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी नहीं चाहती कि अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) वर्ग के लोगों को आरक्षण का फायदा मिले. मेरठ में चुनावी सभा को संबोधित कर रही मायावती के निशाने पर सत्ताधारी एनडीए की स्थान इण्डिया गठबंधन में शामिल समाजवादी पार्टी रही. मायावती ने यह भी दावा किया कि यदि उनकी पार्टी केंद्र की सत्ता में आयी तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्‍य बनाया जाएगा. बीएसपी प्रमुख ने मेरठ के लोहिया नगर क्षेत्र के अलीपुर मैदान में पार्टी उम्मीदवार देवव्रत कुमार त्यागी के समर्थन में चुनावी जनसभा को संबोधित किया. मेरठ में बीजेपी ने रामायण के राम अरुण गोविल को मैदान में उतारा है. उनके मुकाबले समाजवादी पार्टी ने दलित प्रत्याशी सुनिता वर्मा को टिकट दिया है. बताया जा रहा है कि दलित प्रत्याशी के कारण ही मायावती के निशाने पर यहां समाजवादी पार्टी रही है.

मायावती ने हालांकि बीजेपी और कांग्रेस पार्टी पर भी निशाना साधा लेकिन आरक्षण को लेकर उनके निशाने पर समाजवादी पार्टी ही रही. मायावती ने बोला कि सरकारी नौकरियों में दलितों, आदिवासियों को दिया जाने वाला आरक्षण सालों से अभी तक पूरा नहीं हुआ है. मायावती ने बोला कि उप्र में जब समाजवादी पार्टी की गवर्नमेंट थी तब एससी-एसटी वर्ग के सरकारी कर्मचारियों को पदोन्नति में आरक्षण एकदम समाप्त कर दिया था.    बसपा प्रमुख ने आम मतदाताओं को समाजवादी पार्टी से सचेत करते हुए बोला कि एससी-एसटी के कर्मचारी वर्ग ऐसी पार्टी (सपा) को वोट देकर अपना वोट खराब करेंगे, जो आपके आरक्षण को समाप्त करने के लिए पूरे जी जान से लगी हुई है.

उन्होंने इल्जाम लगाया कि समाजवादी पार्टी नहीं चाहती है कि एससी-एसटी वर्ग के लोगों को आरक्षण का फायदा मिले. मायावती ने प्रश्न पूछा कि जब पदोन्नति में आरक्षण को कारगर बनाने के लिए राज्यसभा में बीएसपी संशोधन विधेयक लेकर आई तो समाजवादी पार्टी सांसदों ने संसद में इस बिल को फाड़ दिया था. आप स्वयं ही बताइए कि ऐसी सपा दलितों शोषितों का क्या भला कर सकती है?

वहीं मायावती ने पश्चिमी क्षेत्र को मिलाकर अलग से राज्‍य बनाने का भी वादा किया. उन्होंने याद दिलाया कि उनकी गवर्नमेंट ने प्रस्ताव पारित कर केंद्र गवर्नमेंट के पास भेजा था लेकिन केंद्र गवर्नमेंट ने उसे अमल में नहीं लाया. 2011 में मायावती गवर्नमेंट ने यूपी को विभाजित कर पूर्वांचल, पश्चिमी उप्र और बुंदेलखंड को अलग राज्‍य बनाने का प्रस्ताव पारित किया था. उन्होंने बल देकर बोला कि केंद्र में हमारी पार्टी सत्ता में आयी तो पश्चिमी उप्र को अलग राज्य बनाया जाएगा. मायावती ने मेरठ लोकसभा सीट से बीएसपी उम्मीदवार को चुनाव जिताने की अपील की. मेरठ में दूसरे चरण के भीतर 26 अप्रैल को मतदान होना है.

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