उत्तर प्रदेश

मुरादाबाद में तेज रफ्तार स्कॉर्पियो यूनिपोल से टकराकर गिरी खाई में, हादसे में 4 लोगो की मौत

मुरादाबाद रोड पर रसूलपुर गुर्जर रेलवे क्रॉसिंग से पहले तेज रफ्तार स्कॉर्पियो गहरे मोड़ पर अनियंत्रित होकर सड़क किनारे लगे यूनिपोल से टकरा गई. रफ्तार अधिक होने से टकराने के बाद वाहन सड़क किनारे खाई में जा पलटी. इस हादसे में कार चला रहे देहरादून निवासी सराफा व्यवसायी अतुल रस्तोगी की मां आरती रस्तोगी (45), बहन अंशिका रस्तोगी (20) की मौके पर ही मृत्यु हो गई.

इसके अलावा बुआ संगीता रस्तोगी (42), बुआ के बेटे यश रस्तोगी (22) की भी जान चली गई. अतुल (25) और यश की बहन मानवी रस्तोगी (18) गंभीर रूप से घायल हैं. ये सभी संबंधियों से मिलने बदायूं के इस्लामनगर जा रहे थे. जहां पर दुर्घटना हुआ उस जगह पीडब्ल्यूडी ने मुरादाबाद-हरिद्वार मार्ग स्थित रसूलपुर गुर्जर के अंधे मोड़ पर एक भी संकेतक भी हीं लगाया है.

सिस्टम की इस ढिलाई ने चार जानें ले लीं. स्कार्पियो चला रहे व्यवसायी अतुल रस्तोगी को तेज रफ्तार के बीच मोड़ की गहराई का अंदाजा नहीं लग सका और स्कार्पियो यूनिपोल से टकरा गई. हादसे में चार लोगों की मृत्यु हो गई. जबकि दो की हालत गंभीर बनी हुई है.

कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने जिले में ब्लैक स्पॉट को लेकर सड़क सुरक्षा समिति की बैठकों में कई बार पीडब्ल्यूडी के ऑफिसरों को हिदायत दी थी. इसके बावजूद ब्लैक स्पॉट पूरी तरह दुरुस्त नहीं हो सके. हरिद्वार-मुरादाबाद मार्ग पर संकेतक नहीं लगने के कारण मोड़ घातक बन गया है.

 

पहले मोड़ पर संकेतक लगा होता तो ऐसी हादसा रोकी जा सकती थी. यहां संकेतक के साथ गति सीमा का भी बोर्ड लगाया जाना चाहिए. घायल व्यवसायी अतुल रस्तोगी ने कहा कि वह पहली बार स्कार्पियो नहीं चला रहे थे. रात में कई बार वाहन चलाई है.  अचानक मोड़ सामने आने पर वाहन मुड़ने की स्थान सीधे यूनिपोल से टकराकर खाई में पलट गई.

कांठ में मुरादाबाद-हरिद्वार मार्ग पर रसूलपुर गुर्जर रेलवे क्रॉसिंग से पहले दोनों तरफ कई बड़े-बड़े मोड़ हैं. इनमें एक मोड़ मुरादाबाद की तरफ मार्ग पर पड़ता है. दूसरा मोड़ कांठ की तरफ है. रात में अंधेरा होने पर चालकों को दूर से ये मोड़ दिखाई नहीं देते हैं. 

 

इन दोनों मोड़ पर अक्सर सड़क हादसे होते रहते हैं, लेकिन रविवार सुबह करीब पांच जो दुर्घटना हुआ है, ऐसा बड़ा दुर्घटना पहले कभी नहीं हुआ था. करीब दो साल पहले भी इसी मोड़ पर एक तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर रेल क्रॉसिंग के ओवरगेज पर चढ़ गई थी.

वहीं करीब पांच वर्ष पहले भी यहां पर एक स्कॉर्पियो कार अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई थी. इसके अतिरिक्त इस मोड़ पर अक्सर छोटे-छोटे हादसे होते रहते हैं. रेलवे क्राॅसिंग का एक संकेतक है लेकिन वह  काफी समय से झुका हुआ पड़ा है. उसे भी रेलवे ने दुरुस्त नहीं कराया है.

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