उत्तर प्रदेश

मेरठ के कसेरूखेड़ा में हफ्तेभर बाद फिर तेंदुए की दहशत

पिछले दिनों मेरठ कसेरूखेड़ा से रेस्क्यू किए गए तेंदुए की भय अभी लोगों के दिलों दिमाग से निकली नहीं थी कि रविवार रात फिर मीनाक्षीपुरम एवं कसेरूखेड़ा नाले के किनारे तेंदुआ देखने का शोर मच गया. दावा किया गया कि तेंदुआ एक मकान की छत पर पहुंच गया था और परिवार ने स्वयं को मकान में अंदर बंद कर लिया था. पुलिस मौके पर पहुंची. अभी तेंदुए की खोजबीन जारी है.

उन्नाव निवासी राजकुमार मीनाक्षीपुरम में गंगाराम की टाल में जॉब कर रहे हैं. वह यहीं पर परिवार के साथ रहते हैं. रात नौ बजे वह काम बंद कर घर पर आ गए थे. राजकुमार का बोलना है कि उनकी मां को मकान की छत पर कोई जानवर दिखाई दिया. इसके बाद जानवर के तेंदुआ होने की बात कहते हुए सभी को अलर्ट कर दिया और वह लोग मकान के अंदर चले गए.

करीब आधे घंटे तक पूरा परिवार भय में मकान के भीतर बन रहा. राजकुमार ने अपने मालिक को टेलीफोन पर मकान की छत पर तेंदुआ आने की सूचना दी. वह लोग मकान पर आए तब जाकर परिवार मकान से बाहर निकाला. सूचना मिलने पर गंगानगर और लालकुर्ती थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी. पुलिस और लोगों ने मिलकर तेंदुए की खोजबीन की लेकिन देर रात तक तेंदुए का पता नहीं लगा.

सहमा रहा परिवार, विभाग मौके पर पहुंचा
कसेरूखेड़ा खटकाना पुल के पास रविवार की रात डेयरी की छत पर तेंदुआ देखे जाने के बाद से परिवार बूरी तरह सहम उठा. सूचना मिलने पर गंगानगर पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. मीनाक्षीपुरम निवासी गंगाराम की मीनाक्षीपुरम गेट के पास डेयरी है. पिछले 26 सालों से डेयरी में राम बिटौली पत्नी शंभू अपने परिवार के साथ जॉब करती है. उसके परिवार में बेटा राजकुमार उसकी पत्नी रजनी समेत तीन बच्चे अभिषेक, हिमांशु और प्रियांशी हैं. रविवार की रात नौ बजे राम बिटौली ने डेयरी की छत पर बड़े आकार के तेदूंए को जाते हुए देखा तो उसके होश उड़ गए. उधर, देर रात वन विभाग की टीम भी सूचना के बाद मौके पर पहुंची और कसेरूखेड़ा, मीनाक्षीपुरम कॉलोनी समेत डिफेंस कॉलोनी में तेंदुए की तलाश की.

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