यूपी में यहां खुली प्रदेश की पहली वैदिक गणित लैब
गणित का नाम सुनते ही विद्यार्थियों को डर सा लगने लगता है। लेकिन वैदिक गणित के इस्तेमाल से गणित की कठिन-कठिन समस्याएं बहुत सरलता से हल हो सकती हैं। अब वैदिक गणित को सिलेबस में भी लाने की तैयारी शिक्षा विभाग द्वारा की जा रही है। इसके लिए शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास राष्ट्र भर के कई बड़े विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू कर चुका है और अब स्कूली बच्चों को भी वैदिक शिक्षा से जोड़ने के लिए कवायद प्रारम्भ हो गई है। इतना ही नहीं कानपुर के सर पदमपत सिंघानिया एजुकेशन सेंटर में प्रदेश की पहली वैदिक गणित लैब भी स्थापित की जा रही है।
सर पदमपत सिंघानिया एजुकेशन सेंटर की प्रिंसिपल भावना गुप्ता ने कहा कि विद्यालय में वैदिक गणित के कांसेप्ट को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है। इसके लिए एक कांफ्रेंस भी आयोजित हो रही है। इसके साथ ही अब गणित के साथ विद्यार्थियों को वैदिक गणित का भी पाठ पढ़ाए जाने की तैयारी है। जिस प्रकार से सप्ताह में 6 दिन गणित की क्लास लगती है, तो उसमें अब दो दिन वैदिक गणित को भी पढ़ाया जाएगा। इतना ही नहीं अब विद्यालय में वैदिक गणित लैब की स्थापना की जा रही है, जो प्रदेश में पहली ऐसी लैब होगी।
देशभर में चल रहा वैदिक गणित पर काम
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास संस्था के राष्ट्रीय सह संयोजक चिकित्सक राकेश भाटिया ने कहा कि देशभर में वैदिक गणित को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है। इसके अब कई सर्टिफिकेट कोर्स भी देशभर के विभिन्न विश्वविद्यालयों में प्रारम्भ हो गए हैं। इसके साथ ही राष्ट्र की लगभग 15 प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों से करार किया गया है, जहां पर वैदिक गणित को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है।
वैदिक गणित को दिया जा रहा बढ़ावा
इतना ही नहीं दिल्ली यूनिवर्सिटी ने स्नातक स्तर पर अभी वैदिक गणित का एग्जाम भी कराया है। इस ढंग से अब राष्ट्र की अन्य विश्वविद्यालयों द्वारा भी सिलेबस तैयार किया जा रहा है। इसके साथ ही अब छोटी कक्षाओं में भी वैदिक गणित को बढ़ावा देने के लिए काम किया जा रहा है। जिसके लिए विभिन्न बोर्ड से भी बात चल रही है। जहां पर अब जो नया सिलेबस तैयार किया जा रहा है, उसमें वैदिक गणित को भी जगह देने का काम किया जा रहा है