रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर भाजपा और संघ द्वारा देशभर में मनाया जा रहा है उल्लास
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बीजेपी और संघ द्वारा देशभर में उल्लास मनाया जा रहा है। यूपी के एटा में भी राम भक्तों की कमी नहीं है। यहां से भारी संख्या में भक्त कार सेवा के लिए पहुंचे। अब जब राम मंदिर बन गया है। तब उन्होंने अपने अनुभव साझा किए। इस दौरान उनकी आंखें नम हो गईं।
जिले से कार सेवा के लिए जाने वाले भक्तों की टुकड़ी में मिरहची निवासी राम भक्त सर्वेश कुमार उपाध्याय भी शामिल रहे। उन्होंने कहा कि कार सेवा के लिए निकले भक्तों में कुछ लोग अयोध्या पहुंचने में सफल हो गए थे। वहीं कुछ को मिरहची चौराहे पर ही पुलिस ने अरैस्ट कर लिया था। उन पर लाठी बरसाई गई, यातना दी गई। उन्हें पहले कोतवाली और बाद में जिला जेल रखा गया।
वहां भी जब बात नहीं बनी तो एटा के जीआईसी इंटर कॉलेज में रखा गया। बोला कि हम सभी ईश्वर राम के भक्त हैं। सुबह उठते ही राम-राम से एक-दूसरे का अभिवादन करते हैं। सन 1992 में कार सेवा के लिए हम अपने साथियों सुरेंद्र कुमार, अखिलेश कुमार, सूरजभान, रतन उपाध्याय, राकेश कुमार सहित एक दर्जन से अधिक भक्त अयोध्या गए थे।
जब कार सेवकों ने बाबरी मस्जिद का विध्वंस किया, तब प्रदेश से माहौल काफी गरमा गया था। कार सेवकों को पकड़-पकड़कर कारावास में डाला जा रहा था। इस कारण वह परेशान हो गए थे। एक-एक करके सबको पकड़ा जा रहा था। इस स्थिति में हमने माह दिसंबर में अयोध्या कूच करते समय अपने एक दर्जन से अधिक साथियों के साथ गिरफ्तारी दी।
मिरहची पुलिस ने हमें चौराहे से ही अरैस्ट कर लिया। सभी लोग 16 दिन तक कारावास में रहे। हालांकि पुलिस स्टेशन के बाद कारावास में खाने पीने की कोई परेशानी नहीं रही। मुलाकातियों का खूब सिलसिला जारी रहता था। आज राम मंदिर बन गया है। इसकी बहुत खुशी है। 22 जनवरी को ईश्वर श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा है। हम सभी लोग भंडारा करेंगे। दीपक जलाकर दीपावली मनाएंगे। पटाखे फोड़ेंगे।