उत्तर प्रदेश

भाजपा में शामिल होने के कयास पर अतुल प्रधान ने लगाया विराम, बोले…

विधायक अतुल प्रधान मिडिया को संबोधित करते हुए बोला कि मै सपा में रहूंगा. राष्ट्रीय अध्यक्ष का हुक्म सिर आंखों पर है, हम पार्टी नही छोड़ेंगे. यदि पार्टी कहेगी तो चुनावी राजनीति छोड़कर संगठन का काम भी करेंगे. पार्टी का आदेश होगा उसको चुनाव लड़ाने भी जाएंगे. अतुल प्रधान ने एक्स पर पोस्ट करते हुए बोला कि समाजवादी विचारधारा में हमने राजनीती की आरंभ की हैं ! हमारे नेता अखिलेश यादव ने हमेशा आगे बढ़ाने का काम किया हैं, उनके निर्देशों का हमेशा पालन होगा, हम ग़रीब-किसान-नौजवान के आवाज़ बुलंद करते रहेंगे !

5 December 1983 को जन्में अतुल प्रधान पहली बार सरधना सीट पर 2012 में समाजवादी पार्टी के सिंबल पर विधानसभा का चुनाव लड़े थे. अतुल प्रधान को सपा प्रमुख अखिलेश यादव का करीबी माना जाता है. अतुल प्रधान गुर्जर समाज से ताल्लुक रखते हैं और वेस्ट उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के विश्वसनीय और तेजतर्रार नेताओं में से एक हैं. अतुल प्रधान ने वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव से राजनीति में कदम रखने के साथ ही उस चुनाव में तीसरे नंबर पर आए थे. उसके बाद समाजवादी पार्टी ने 2017 के चुनाव में एक बार फिर अतुल प्रधान पर भरोसा जताया. यह चुनाव भी प्रधान भाजपा के संगीत सिंह सोम से हार गए थे. हालांकि, उनका वोट फीसदी बढ़ा था और दूसरे नंबर पर आए थे. अतुल प्रधान का समाजवादी पार्टी में कद बढ़ा और 2022 के चुनाव में एक बार फिर सपा-रालोद गठबंधन ने अतुल प्रधान को सरधना सीट से टिकट दिया और उन्होंने भाजपा के दिग्गज, संगीत सिंह सोम को पटखनी दे दी. अतुल प्रधान पहली बार विधायक बने और पूरे प्रदेश में चर्चा में आए.

आपकी जानकारी के लिए ये भी बता दें कि अतुल प्रधान मेरठ जिले के मवाना तहसील के गडीना गांव के रहने वाले हैं. इससे पहले अतुल प्रधान विद्यार्थी राजनीति करते थे. उन्होंने भीमराव अंबेडकर डिग्री कॉलेज से पढ़ाई की. अखिलेश यादव के सीएम बनने के बाद अतुल प्रधान को सपा विद्यार्थी सभा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था. इसके अतिरिक्त अतुल अपने विवादित बयानों से भी चर्चा में रहे हैं.

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