शाहजहांपुर के इस तालाब में स्नान करने से त्वचा संबंधित बीमारियों से मिलती है निजात
आधुनिकता के दौर में मेडिकल साइंस भले कितनी भी तरक्की कर गया हो लेकिन आज भी लोग परंपराओं और मान्यताओं में विश्वास रखते हैं। शाहजहांपुर में एक ऐसा तालाब है। मान्यता है कि यहां स्नान करने मात्र से त्वचा संबंधित रोंगों से राहत मिलती है।
शाहजहांपुर की नगर पंचायत खुदागंज में करीब 100 वर्ष पुराना एक तालाब है। नगर के बीचों-बीच बने इस तालाब को पक्का तालाब के नाम से जाना जाता है। तालाब पहले कच्चा हुआ करता था लेकिन साहू मुन्नालाल अग्रवाल ने इसका सौंदर्यीकरण कराते हुए पक्का करवा दिया। तालाब के चारों तरफ पक्की सीढ़ियां बनी हुई हैं। इस तालाब की खास बात यह है कि इस तालाब में प्राकृतिक साधन से पानी आता है। इसमें बाहर से पानी भरने की आवश्यकता नहीं होती बल्कि पानी अधिक होने पर तालाब से पानी को बाहर भी निकालना पड़ता है। इस तालाब परिसर में वर्ष में एक बार मेला भी लगता है। मेले में दूर-दूर से लोग शामिल होने के लिए पहुंचते हैं।
स्नान कराने से मिलती है राहत
वरिष्ठ पत्रकार प्रेम शंकर गंगवार ने कहा कि इस तालाब की मान्यता यह है कि यहां त्वचा संबंधित बीमारी से पीड़ित बच्चों को स्नान कराया जाता है। महज दो से तीन बार स्नान कराने से बच्चों को त्वचा संबंधित रोंगों से राहत मिल जाती है। जिसकी वजह से यहां लोग दूर-दूर से अपने बच्चों को स्नान करवाने के लिए लेकर आते हैं।
भक्तों की सभी मनोकामनाएं होती हा पूरी
इस तालाब परिसर में ही एक पुराना मंदिर भी बना हुआ है। यहां खाटू श्याम, ईश्वर श्री राधा कृष्ण और ईश्वर श्री राम की मूर्तियां भी स्थापित हैं। यहां श्रद्धाभाव के साथ पहुंचने वाले भक्तों की ईश्वर सभी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं