बीजेपी अवध ओझा को यूपी की कैसरगंज लोकसभा सीट से लड़वा सकती है चुनाव
Avadh Ojha: मोटिवेशनल स्पीकर और टीचर अवध ओझा के आनें वाले लोकसभा चुनाव के जरिए राजनीति में एंट्री करने की चर्चाएं हैं। वह भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की किसी दो सीटों में से एक से उम्मीदवार भी बनाए जा सकते हैं। पिछले दिनों अवध ओझा ने उत्तर प्रदेश के डिप्टी मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और पूर्व डिप्टी मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के साथ मुलाकात भी की थी, जिसके बाद अटकलों को और बल मिल गया।
बीजेपी अवध ओझा को उत्तर प्रदेश की कैसरगंज लोकसभा सीट से चुनाव लड़वा सकती है। दरअसल, कैसरगंज से अभी सांसद बृजभूषण शरण सिंह हैं। कई बार लोकसभा चुनाव जीत चुके बृजभूषण पर कई स्त्री पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का इल्जाम लगाया, जिसके बाद उनके विरुद्ध जांच की जा रही है। ऐसे में अब तक बृजभूषण को भाजपा ने टिकट नहीं दिया है और संभावना जताई जा रही है कि पार्टी इस बार उनका टिकट काट भी सकती है। उन्हीं की स्थान अवध ओझा को मैदान में उतारा जा सकता है। ओझा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गोंडा के रहने वाले हैं और सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय हैं। यूट्यूब, इंस्टाग्राम पर उनकी रील्स काफी वायरल होती रही हैं।
दूसरी सीट, जिस पर अवध ओझा के चुनाव लड़ने की आसार है, वह प्रयागराज सीट है। सूत्रों के अनुसार, अब तक प्रयागराज से सांसद रहीं रीता बहुगुणा जोशी का भी टिकट भाजपा काट सकती है। पार्टी यहां से अवध ओझा को टिकट दे सकती है। दरअसल, प्रयागराज में बड़ी संख्या में विद्यार्थी कोचिंग में पढ़ने आते हैं और अवध ओझा के भी लोकप्रिय टीचर होने की वजह से लाभ पार्टी को मिल सकता है। हालांकि, अवध ओझा राजनीति में आने की तो ख्वाहिश जता चुके हैं, लेकिन क्या भाजपा के टिकट पर ही चुनाव लड़ेंगे और यदि लड़ते हैं तो कैसरगंज या प्रयागराज में से किसी सीट से उन्हें उतारा जा सकता है, इस पर उन्होंने खामोशी साध रखी है। इस बारे में अब तक उन्होंने कोई भी आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
अब तक बृजभूषण, वरुण गांधी समेत कई को टिकट नहीं
बीजेपी ने अब तक उम्मीदवारों की दो सूची जारी कर दी है। पहली लिस्ट में 195 नामों की घोषणा की गई थी, तो दूसरी लिस्ट में 72 कैंडिडेट्स के नामों का घोषणा हुआ। केवल पहली ही लिस्ट में उत्तर प्रदेश के उम्मीदवारों की जानकारी दी गई है। भाजपा ने पहली लिस्ट में बृजभूषण शरण सिंह, मेनका गांधी, वरुण गांधी आदि जैसे बड़े नामों को स्थान नहीं दी, जिसके बाद तरह-तरह की अटकलें लगने लगीं। स्त्री पहलवानों के साथ यौन उत्पीड़न मुद्दे में बृजभूषण का नाम आने की वजह से बताया जा रहा है कि पार्टी लोकसभा चुनाव में उनसे दूरी बना सकती है। हालांकि, सूत्रों का यह भी दावा है कि बड़ा चेहरा होने के चलते भाजपा बृजभूषण के किसी करीबी को भी टिकट दे सकती है। इसके अलावा, सुल्तानपुर और पीलीभीत से सांसद मेनका गांधी और वरुण गांधी के भी टिकट काटे जा सकते हैं।