उत्तर प्रदेश

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन जन्में बच्चों के लिए सोहर और बधाई गीत गाएंगे किन्नर

बरेली 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाली प्राण प्रतिष्ठा के लिए रामनगरी सजधज कर तैयार है अयोध्या ही नहीं बल्कि पूरा राष्ट्र इस समय राममय है ऐसे में हर कोई अपनी तरफ से रामलला के लिए कुछ न कुछ अर्पित करना चाहता है इसी क्रम में बरेली में किन्नर समाज ने 22 जनवरी को होने वाली रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन जन्में बच्चों पर खुशी मनाएंगे किन्नर समाज इन बच्चों के लिए सोहर और शुभकामना गीत गायेगा, लेकिन इसके लिए कोई नेक नहीं ली जाएगी यदि कोई ख़्वाहिश से देता है तो ठीक, अन्यथा कोई बल जबरदस्ती नहीं की जाएगी

किन्नर समाज के लोगों ने बोला कि 500 वर्षों के बाद इस तरह का घोषणा किया गया है किन्नर समाज शुभकामना के बदले नेक लेता रहा है, लेकिन यह पहली बार होगा कि जिस दिन रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी, उस खुशी में शुभकामना के लिए कोई भी बल जबरदस्ती और डिमांड किन्नर समाज नहीं करेगा  सम्मानपूर्वक जैसे भी कोई शुभकामना देगा वह ली जाएगी

सिम्मी किन्नर ने बोला जब ईश्वर श्री राम को 14 साल का वनवास हुआ था तो अयोध्या के जितने भी नर, नारी और किन्नर थे उन्हें छोड़ने गए थे जब उन्होंने बोला कि सभी नर और नारी अपने घर को लौट जाओ इसके बाद सभी लौट गए लेकिन हमारे किन्नर समाज के बड़े बुजुर्ग वहां पर खड़े रहे उसे समय श्री राम 14 साल के लिए बनवास चले गए जिसके बाद 14 साल उसी स्थान पर किन्नर समाज के लोग खड़े होकर तपस्या करते रहे जब श्री ईश्वर 14 साल बाद वापस लौट कर आए और पूछा कि आप लोग कौन हैं, तब उन्हें कहा गया कि हम किन्नर हैं तब एक किन्नर ने बोला कि प्रभु आपने यह कहा था कि सभी नर और नारी अपने घर लौट जाओ लेकिन न तो हम नर है और न ही नारी इसलिए हम इसी स्थान पर खड़े रह गए थे हम आपकी प्रतीक्षा कर रहे थे जिसके बाद श्री राम ने किन्नर समाज के लोगों को वरदान दिया कि आने वाले समय में आपकी दुआएं लोगों को लगेगी

सिम्मी किन्नर नेकहा कि तभी से हम दूसरों की खुशियों में शामिल होते हैं जिस भी घर में खुशी के मौके होते हैं जब तक किन्नर अपना आशीर्वाद नहीं देते हैं, उसे हिंदू समाज में सफल नहीं माना जाता है आज जब एक बार फिर 500 वर्षों के बाद प्रभु श्रीराम अपने मंदिर में विराजमान होने  किन्नर समाज ने यह निर्णय लिया है

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