यूपी पुलिस एनकाउंटर में 25 हजार का ईनामी हत्यारोपी हुआ अरेस्ट
बदायूं में ई-रिक्शा चालक हत्याकांड और लूट के फरार 25 हजार के इनामी हत्यारोपी लुटेरे और मुजरिया पुलिस के बीच बुधवार देर रात एनकाउंटर हो गई। हत्यारोपी ने पुलिस टीम पर कई राउंड फायरिंग की। फायरिंग में एक गोली दरोगा के दाहिने बांह में लग गई। जिससे वह घायल हो गए। वहीं, पुलिस ने जवाबी फायरिंग में लुटेरे के पैर में गोली मारकर उसे दबोच लिया। घायल लुटेरे के भांजे करन निवासी मोहल्ला अकबराबाद कोतवाली सहसवान भी मौके से पकड़ा गया है।
मुठभेड़ की सूचना पर मौके पर सीओ सहसवान कर्मवीर सिंह पुलिस फोर्स के साथ पहुंच गए। फोरेंसिक टीम भी पहुंच गई। घायल लुटेरे और दरोगा को सहसवान सीएचसी ले जाया गया। जहां दोनों का प्राथमिक इलाज कराया। मुजरिया थाना क्षेत्र के गांव सगराय निवासी 18 वर्षीय सत्यवीर उर्फ बंटू ई- रिक्शा चलाता था। चार फरवरी को वह ई-रिक्शा समेत लापता हो गया था। 11 फरवरी को चालक का मृतशरीर मुजरिया बिजली घर के पास एक निर्माणाधीन मकान के अंदर बरामद हुआ।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला कसने से मृत्यु की पुष्टि हुई। पुलिस की तफ्तीश में सहसवान के मोहल्ला रुस्तम टोला के इकबाल और बिल्सी के गांव खैरी के गौरव महेश्वरी का नाम प्रकाश में आया। पुलिस ने इकबाल को अरैस्ट कर कारावास भेज दिया था। उसने पूछताछ में कहा था कि उसने और गौरव माहेश्वरी ने मिलकर ई-रिक्शा और नगदी लूटने के इरादे से सत्यवीर की मर्डर की थी। दोनों नशे के आदी थे।
जिसके बाद पुलिस टीम गौरव महेश्वरी की तलाश में जुट गई थी। एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने गौरव की फरारी के चलते मंगलवार को उसपर 25 हजार रुपये का पुरस्कार घोषित कर दिया था। पुलिस के मुताबिक, बुधवार देर शाम मुजरिया इंस्पेक्टर रेनू सिंह को सूचना मिली कि गौरव महेश्वरी खितौरा मार्ग पर कहीं भागने की फिराक में हैं। इस पर उन्होंने पुलिस टीम के साथ उसकी घेराबंदी की। पुलिस टीम से स्वयं को घिरा देख गौरव ने भागने के लिए पुलिस पर फायरिंग कर प्रारम्भ कर दी।