उत्तर प्रदेश

माफिया मुख्तार अंसारी ने जेल में धीमा जहर देने का लगाया था आरोप

बांदा कारावास में बंद माफिया मुख्तार अंसारी ने बीते दिनों कारावास के खाने में जहर देने का इल्जाम लगाया था. उसने बोला था कि इससे उसकी तबीयत काफी गंभीर हो गई और ऐसा लगता है कि कभी भी मौत हो सकती है. मुख्तार अंसारी ने इसे बड़ा षड्यंत्र बताते हुए न्यायालय से उपचार करवाने की गुहार भी लगाई थी. गैंगस्टर मुद्दे की पेशी के दौरान उसके वकील ने उसका प्रार्थना पत्र न्यायालय को सौंपा था.

दरअसल, एंबुलेंस प्रकरण के बाद बाराबंकी की शहर कोतवाली में मुख्तार अंसारी समेत 12 पर दर्ज गैंगस्टर के मुद्दे की सुनवाई चल रही थी. 21 मार्च को उसे एमपीएमएलए न्यायालय के न्यायाधीश कमलकांत श्रीवास्तव के समक्ष वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेश किया गया था. जबकि जफर उर्फ चंदा संतकबीरनगर और अफरोज उर्फ चुन्नू गाज़ीपुर कारावास से हाजिर हुए थे. इस दौरान हुई सुनवाई में किसी भी गवाह की उपस्थिति नहीं हुई लेकिन न्यायालय में मुख्तार अंसारी के वकील ने न्यायालय को उसका प्रार्थना पत्र सौंपा था.

पत्र में मुख्तार अंसारी ने बोला था कि बीते 19 मार्च को बांदा कारावास में उसको जो भोजन मौजूद कराया गया उसमें जहर था. इसके सेवन से वह गंभीर रूप से बीमार हो गया. उसके हाथ पैरों में और शरीर के सभी नसों में दर्द हो रहा है. हाथ पांव ठंडे हो रहे हैं. घबराहट हो रही है. ऐसा लगता है कि कभी भी मौत हो सकती है.

मुख्तार ने न्यायालय को यह भी कहा था कि 40 दिन पहले भी उसके खाने में धीमा जहर दिया गया. इसलिए कारावास में जो स्टाफ उसका खाना बनाने में बाद चखकर उसे देता है वह भी बीमार पड़ गया और उसका उपचार कराया गया.

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