यूपी के इस प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस छात्र-छात्राओं को सुबह शाम पकानी पड़ रही रोटी
यूपी में लखनऊ के डाक्टर राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (RMLIMS)में एमबीबीएस विद्यार्थियों की पढ़ाई में मेस ने रोड़े अटका दिए हैं। बीते करीब छह माह से मेस का संचालन ठप है। नतीजतन विद्यार्थियों को सुबह शाम रोटी पकानी पड़ रही है। हालात यह है कि चाय-नाश्ता तक विद्यार्थी हॉस्टल में बना रहे हैं। कैंटीन में अस्थायी व्यवस्था किया गया है जो नाकाफी है। संस्थान में एमबीबीएस की 200 सीटें हैं। विद्यार्थियों के सुपर स्पेशलियालिटी परिसर हॉस्टल हैं जबकि गोमतीनगर विस्तार में संस्थान प्रशासन ने फ्लैट किराए पर ले रखे हैं। जिन्हें विद्यार्थियों को आवंटित किया गया है। एमबीबीएस के पांच बैच का संचालन हो रहा है। विभिन्न बैच के करीब 1000 एमबीबीए छात्र-छात्राएं हैं।
बीते करीब छह महीने से संस्थान में मेस का संचालन नहीं हो रहा है। एससी राय हॉस्टल के प्रथम तल पर मेस का संचालन हो रहा था। ऑफिसरों का बोलना है कि पुराने संस्थान का टेंडर समाप्त हो गया था। इसके बाद टेंडर प्रक्रिया है। इसमें दूसरी संस्थान ने टेंडर जीत लिया। उसके बाद नयी संस्थान ने कुछ समय काम किया। तकनीक खामियों के चलते मेस का संचालन बंद हो गया। तबसे मेस का संचालन नहीं हो रहा है। इसका खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है। विद्यार्थी हॉस्टल में खाना बना रहे हैं। कुछ लोग होटल में खाना खाने को विवश हैं। कुछ दिनों से संस्थान की कैंटीन में टोकन सिस्टम से विद्यार्थियों को भोजन की प्रबंध प्रारम्भ की गई है। लेकिन यह प्रबंध अस्थायी है। गोमतीनगर विस्तार में रहने वाले विद्यार्थियों को रात के भोजन के लिए खासी परेशानी हो रही है।
जरूरी है मेस
नेशनल मेडिकल कमीशन के नियमों के अनुसार मेडिकल संस्थान में एमबीबीएस विद्यार्थियों के लिए मेस का संचालन जरूरी है। इसके बावजूद लोहिया संस्थान में नियमों की अनदेखी हो रही है। आलम यह है कि अभी तक मेस संचालन की दिशा में अफसरों ने कोई ठोस कोशिश नहीं किया।
लोहिया संस्थान के निदेशक डाक्टर मुख्यमंत्री सिंह ने बोला कि मेस संचालन के कोशिश हो रहे हैं। जल्द ही टेंडर प्रक्रिया होगी। कुछ दिनों से अस्थायी प्रबंध की गई है। विद्यार्थियों को टोकन से भोजन मौजूद कराया जा रहा है।