अमरोहा में कांग्रेस कार्यकर्ता ने दानिश अली की उम्मीदवारी पर किया विरोध प्रदर्शन
दानिश अली ने अमरोहा से जीत दर्ज करने के लिए बीजेपी के कंवर सिंह तंवर को हराया था. दानिश अली 2019 लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन में सांसद बने और अब ये दो चार दिन पहले कांग्रेस पार्टी में शमिल हुए हैं.
कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी मुख्यालय के बाहर इकट्ठा हुए और लोकसभा चुनाव के लिए अमरोहा (उत्तर प्रदेश) से दानिश अली की उम्मीदवारी पर विरोध प्रदर्शन किया. निलंबित बीएसपी सांसद हाल ही में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे. अमरोहा से मौजूदा सांसद अली को “पार्टी विरोधी गतिविधियों” के लिए बीएसपी से निलंबित कर दिया गया था. उन्होंने 2019 में अपना पहला लोकसभा चुनाव बीएसपी के टिकट पर अमरोहा से लड़ा था. बीएसपी में शामिल होने के उनके निर्णय को जद (एस) अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा का आशीर्वाद प्राप्त था, जिन्होंने उस समय इसे “दोनों पार्टियों के बीच पूरी तरह से सियासी व्यवस्था” बोला था.
दानिश अली ने अमरोहा से जीत दर्ज करने के लिए बीजेपी के कंवर सिंह तंवर को हराया था. दानिश अली 2019 लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन में सांसद बने और अब ये दो चार दिन पहले कांग्रेस पार्टी में शमिल हुए हैं. दावा किया जा रहा है कि पार्टी कार्यकर्ता दानिश अली को टिकट देने से नाराज है. कांग्रेस पार्टी में शामिल होने पर दानिश अली ने बोला था कि आज इस राष्ट्र में दो विचार हैं, एक जो युवाओं को बांट रहा है और उनकी आवाज को दबा रहा है…दूसरी तरफ, राहुल गांधी की यात्रा ने हर वर्ग के लिए इन्साफ की बात की। राहुल गांधी के नेतृत्व में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी सामाजिक इन्साफ की हमारी विचारधारा पर मजबूती से खड़ी है.
2023 में, बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने लोकसभा के पटल पर अली के विरुद्ध कुछ टिप्पणियाँ कीं. इससे बड़े पैमाने पर आक्रोश फैल गया और बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया, जिन्होंने लोकसभा विशेषाधिकार समिति की बैठक में अपनी टिप्पणी पर खेद व्यक्त किया. कांग्रेस पार्टी यूपी में 17 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है और शेष 63 सीटें अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा (एसपी) और इण्डिया ब्लॉक के अन्य गठबंधन सहयोगियों के लिए होंगी.