मुख्तार अंसारी का शव पहुंचा गाजीपुर, आज होगा दफ्न
लखनऊ। गाजीपुर के मोहम्मदाबाद विधानसभा सीट से सपा के विधायक मोहम्मद सुहैब अंसारी ने कहा कि उनके चाचा मुख्तार अंसारी को शनिवार सुबह 10 बजे यूसूफपुर मोहम्मदाबाद (गाज़ीपुर) के कालीबाग कब्रिस्तान में दफनाया जायेगा। विधायक अंसारी ने ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में बोला कि उनके चाचा मुख्तार अंसारी का कल रात मृत्यु हो गया था और शनिवार सुबह 10 बजे यूसूफपुर मोहम्मदाबाद (गाज़ीपुर) के कालीबाग कब्रिस्तान में उन्हें दफनाया जायेगा।
सुहैब अंसारी ने कहा, ‘आप सबसे गुज़ारिश है कि मरहूम की मगफिरत के लिए दुआ करें।’ बांदा मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों ने मुख्तार अंसारी का पोस्टमॉर्टम किया। उसके बाद मुख्तार अंसारी के मृतशरीर को गाजीपुर जिले के मोहम्दाबाद यूसुफपुर स्थित उसके पैतृक निवास ले जाया गया।मोहम्मदाबाद यूसुफपुर में दुकानें और बाजार बंद हैं तथा लोग मुख्तार के मृतशरीर का प्रतीक्षा कर रहे हैं। बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज से पोस्टमॉर्टम के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच माफिया मुख्तार अंसारी का मृतशरीर लेकर 26 गाड़ियों का काफिला शाम पौने पांच बजे गाजीपुर के लिए रवाना हुआ। लगभग आधी रात को उसका मृतशरीर गाजीपुर पहुंचा।
इस काफिले में उपस्थित मुख्तार के वकील नसीम हैदर ने कहा कि अंसारी का मृतशरीर उसके छोटे बेटे उमर अंसारी, बहू निकहत अंसारी और दो चचेरे भाइयों के सुपुर्द किया गया। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ऑफिसरों की 24 गाड़ियां काफिले में थीं। दो गाड़ियां अंसारी के परिवार से थी। मुख्तार के मृतशरीर का पोस्टमॉर्टम बांदा में किया गया जो मोहम्मदाबाद (गाजीपुर) से लगभग 400 किलोमीटर दूर है और मृतशरीर को फतेहपुर, कौशांबी, प्रयागराज, भदोही तथा वाराणसी आदि जिले के रास्ते उसके पैतृक निवास ले जाया गया।अंसारी के मृतशरीर को दफनाने के लिए उसके पैतृक जगह पर काली बाग स्थित पारिवारिक कब्रिस्तान में गड्ढा खोदा गया है और आखिरी संस्कार का समय अभी तक तय नहीं हुआ है। सूत्रों ने कहा कि अंसारी के माता-पिता की कब्रें उसी कब्रिस्तान में हैं। इस बीच, गाजीपुर और मऊ समेत आसपास के जिलों में सुरक्षा प्रबंध कड़ी कर दी गई है।
माफिया से नेता बना अंसारी बांदा कारावास में बंद था। उसे बृहस्पतिवार को तबीयत बिगड़ने के बाद बांदा जिला कारावास से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था, जहां देर रात दिल का दौरा पड़ने से उसकी मृत्यु हो गई थी। बांदा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य सुनील कौशल ने ‘मेडिकल कॉलेज में दिल का दौरा पड़ने से अंसारी की मृत्यु हो गई