उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश के बांदा जेल के अंदर मुख्तार अंसारी की बिगड़ी तबीयत

जेल में बंद गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की मंगलवार सुबह कारावास के अंदर तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें यूपी के बांदा के एक मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. माफिया डॉन और पूर्व विधायक अंसारी को बहुत गंभीर हालत में रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में भर्ती कराया गया था.पुलिस प्रशासन ने मेडिकल कॉलेज आईसीयू जोन को पूरी तरह से छावनी में परिवर्तित कर दिया है. इस मुद्दे में जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और कारावास प्रशासन के सभी उत्तरदायी पूरी तरह से खामोशी साधे हुए हैं.सूत्रों के अनुसार मुख्तार अंसारी तीन दिनों से यूरिनरी इन्फेक्शन से पीड़ित थे. उन्हें रात करीब 1:00 बजे हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया शुरुआती जांच के बाद डॉक्टरों ने सर्जरी की राय दी, जिसके बाद मुख्तार अंसारी को सर्जरी के लिए आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया. अब उनकी हालत स्थिर है.

जेलर को निलंबित कर दिया गया

दो दिन पहले गवर्नमेंट ने मुख्तार अंसारी की सुरक्षा प्रबंध में ढिलाई बरतने पर एक जेलर और दो डिप्टी जेलर को निलंबित कर दिया था वर्चुअल पेशी में माफिया मुख्तार अंसारी ने न्यायालय में कारावास प्रशासन पर धीमा जहर देने का इल्जाम लगाया थामुख्तार अंसारी की तबीयत पिछले एक सप्ताह से लगातार बिगड़ रही थी और रात में जब हालत अधिक गंभीर हो गई तो उन्हें गुपचुप ढंग से मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. सूत्रों के मुताबिक, मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी और परिवार आज (26 मार्च) दोपहर तक बांदा पहुंचेगा

मुख्तार अंसारी ने लगाए आरोप

अंसारी ने इल्जाम लगाया कि 40 दिन पहले उन्हें जहर मिला हुआ खाना दिया गया था सुमन ने बोला कि गुरुवार को सुनवाई के दौरान अंसारी बांदा कारावास से वर्चुअल सुनवाई में मौजूद नहीं हुए और वहां के डिप्टी जेलर महेंद्र सिंह न्यायालय के समक्ष मौजूद हुए और पुष्टि की कि अंसारी बीमार हैं. सूत्रों के मुताबिक, कड़ी सुरक्षा के बीच अंसारी को हॉस्पिटल ले जाया गया. ऑफिसरों ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया लेकिन एक पुलिस अधिकारी ने पुष्टि की कि वह अभी हॉस्पिटल में हैं. कुछ दिन पहले मुख्तार अंसारी ने बोला था कि उनकी जान को खतरा है उन्होंने संभावना जताई थी कि कारावास में उन्हें धीमा जहर दिया जा रहा है. इस मुद्दे में ढिलाई बरतने पर बांदा कारावास के जेलर और दो डिप्टी जेलर को निलंबित कर दिया गया. साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई भी प्रारम्भ की गयी.एंबुलेंस मुद्दे में मुख्तार अंसारी को पिछले गुरुवार को न्यायालय में पेश होना था, लेकिन वह न्यायालय नहीं पहुंचे और अपने वकील के जरिए न्यायधीश को अर्जी भेजकर बोला कि बांदा कारावास में उनकी जान को खतरा है.मुख्तार अंसारी ने पत्र में लिखा था कि 19 मार्च को उन्हें जो खाना दिया गया था उसमें कोई जहरीला पदार्थ मिलाया गया था इसे खाने के बाद वह बीमार पड़ गये. उन्होंने पत्र में लिखा था कि खाना खाने के बाद उनके हाथ-पैर की नसों में तेज दर्द होने लगा और फिर उनके हाथ-पैर ठंडे होने लगे इससे पहले 13 मार्च को बांदा कारावास में बंद अंसारी को 36 वर्ष पुराने गाजीपुर फर्जी हथियार लाइसेंस मुद्दे में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी

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