SDM ज्योति मौर्य केस: तलाक और बेवफाई के खेल में नया ट्विस्ट
प्रयागराज। यूपी की बहुचर्चित एसडीएम ज्योति मौर्य और उनके सफाईकर्मी पति आलोक कुमार के बीच चल रहे तलाक के मुद्दे की सुनवाई टल गई। प्रयागराज की जिला न्यायालय की फैमिली न्यायालय में गुरुवार को सुनवाई होनी थी, लेकिन वकीलों की स्ट्राइक की वजह से तलाक के मुकदमा में सुनवाई नहीं हो पाई। वहीं ज्योति मोर्य और आलोक दोनों ही न्यायालय में पेश नहीं हुए थे।
प्रयागराज की जिला न्यायालय के कुटुंब कोर्ट में गुरुवार को चर्चित एसडीएम ज्योति मोर्य और उनके पति आलोक कुमार के बीच चल रहे तलाक के मुद्दे की सुनवाई होनी थी,जो कि वकीलों की स्ट्राइक की वजह से नहीं हो सकी। ज्योति और आलोक दोनों न्यायालय में भी पेश नहीं हुए। उनके वकीलों ने न्यायालय में हाजिरी माफी लगाई है। अब इस मुद्दे की अगली सुनवाई 6 दिसंबर को होनी है।
क्या हो सकता है समझौता
एसडीएम ज्योति मोर्य और उनके पति आलोक के बीच तलाक का मुकदमा चल रहा है। मुद्दे की पिछली सुनवाई में भी दोनों मौजूद नहीं हुए थे। बीते दिनों पति आलोक ने ज्योति मोर्य पर लगाए करप्शन के आरोपों को वापस ले लिया है। इस वजह से अब आशा जताई जा रही है कि दोनों के बीच समझौता हो सकता है। जल्द ही ज्योति मोर्य के तलाक का मुकदमा वापस लेने के कयास लगाए जा रहे हैं
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था मामला
पीसीएस अधिकारी बनने के बाद ज्योति मौर्य और आलोक के संबंधों में दरार आ गई थी। आलोक ने ज्योति मौर्य पर होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे से संबंध होने का इल्जाम लगाया था। ज्योति ने पति आलोक कुमार और उनके परिवार के लोगों पर दहेज उत्पीड़न का मुकदमा धूमनगंज पुलिस स्टेशन में दर्ज करा दिया था। दोनों के बीच टकराव का मुद्दा सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। आलोक और ज्योति मौर्य की वर्ष 2010 में विवाह हुई थी। बाद में 2015 में यूपीपीएससी में एसडीएम के पद पर ज्योति मौर्य का चयन हो गया। ज्योति मौर्य ने एसडीएम के पद पर 16वीं रैंक हासिल की थी। ज्योति मौर्य इन दिनों बरेली में चीनी मिल में जीएम के पद पर तैनात हैं, जबकि आलोक ग्राम पंचायत विभाग में प्रतापगढ़ जिले में चपरासी के पद पर कार्यरत हैं।