उत्तर प्रदेश

अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है बस्ती का ये पक्षी विहार

पर्यटन के विकास को लेकर गवर्नमेंट दृढ़ संकल्पित हैं इसके बावजूद बस्ती जनपद में एक ऐसा स्थल है जो कभी विदेशी अतिथियों के साथ ही आसपास के पक्षियों से गुलजार हुआ करता था लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी की वजह से आज यह पक्षी विहार पूरी तरह से बदहाल हो गया है और अपने अस्तित्व पर आंसू बहा रहा है इसके चलते जलीय पक्षियों का आश्रय प्रभावित हो रहा है मौजूदा समय में चन्दो ताल इस कदर बदहाल हो गया है कि यहां तक पहुंचने वाले मार्ग पर चलते हुए भी भय लगता है

बस्ती ज़िला मुख्यालय से 8 किमी की दूरी पर स्थित प्राकृतिक सौन्दर्य को ख़ुद में समेटे यह चन्दो ताल एक समय में विदेशी पक्षियों से गुलजार हुआ करता था नवम्बर माह से ही यहां साइबेरियन सहित अन्य विदेशी पक्षियों का आगमन प्रारम्भ हो जाता था और करीब तीन महीने के प्रवास के बाद ये पक्षियां अपने अपने वतन को वापस चली जाती थी जिनको देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक आया करते थे जिसको देखते हुए 1996 में इस चन्दो ताल को पक्षी विहार का दर्जा भी दे दिया गया था और 12 साल पूर्व केंद्र गवर्नमेंट द्वारा इस स्थल को नेशनल वेटलैंड की श्रेणी में भी शामिल किया गया था

बदबू की वजह से खड़ा होना हुआ मुश्किल
आज यहां जगह-जगह झूले, बेंच, सड़क आदि टूटे पड़े हैं और करीब पांच किलोमीटर में फैले इस ताल में पानी का निकास न होने की वजह से पानी में सड़न पैदा हो गया है जो कभी बदबू फैला रहा है साथ ही पूरे पानी में जलकुंभी आदि भी उग आया हैं जिससे यहां अब नाव भी नहीं चल पा रहा है क्षेत्रीय राजू कुमार ने कहा कि जलकुंभी आदि होने की वजह से पानी से इतनी बदबू आती है कि यहां खड़ा हो पाना भी कठिन है साथ ही बच्चों के लिए लगे झूले भी अब टूट गए हैं जिससे अब लोगों का यहां आना बन्द हो गया है

बजट स्वीकृत होते ही काम कराया जाएगा
वहीं क्षेत्रीय वनाधिकारी हीरालाल अवस्थी ने कहा कि पक्षी विहार के सुंदरीकरण और विकास के लिए शासन स्तर पर पत्राचार किया गया है बजट आवंटित होते ही काम शूरू हो जाएगा

Related Articles

Back to top button